रातभर सड़कों पर दौड़ते रहे 600 पुलिसकर्मी कॉम्बिग गश्त में घोड़े पर सवार होकर निकले एसपी

उज्जैन। शहर में हुई चाकूबाजी की घटनाओं के बाद पुलिस एक्शन में दिखाई दे रही है। गुंडे-बदमाशों, सोशल मीडिया पर हथियारों और दहशत भरे स्लोगन लिखने वालों की धरपकड़ की जा रही है। शनिवार-रविवार रात कॉम्बिग गश्त की गई। एसपी खुद घोड़े पर सवार होकर निकले।
कोतवाली और नीलगंगा क्षेत्र में हुई हत्या के साथ एक के बाद एक चाकूबाजी की घटनाओं के बाद पुलिस ने मैदान संभाल लिया है। खुद एसपी मैदान में दिखाई दे रहे है। शनिवार रात 11 बजे पुलिस कंट्रोलरूम से एसपी खुद घोड़े पर सवार होकर कॉम्बिग गश्त पर निकल पड़े। पूरे शहर में 600 से अधिक पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को गश्त में शामिल किया गया। एसपी का घोड़ा एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र दौड़ता रहा। इस दौरान देर रात सड़कों पर घूमने वालों की चैकिंग की गई। वहीं हिस्ट्रीशिटर बदमाशों को चैक किया गया, रात 11 बजे शुरू हुई कॉम्बिग गश्त तड़के 5 बजे तक चली। इस दौरान फरार वारंटियों की धरपकड़ की गई। गश्त के दौरान एएसपी, सीएसपी, थाना प्रभारी स्तर के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सड़कों पर दौड़ते दिखाई दिये। रातभर में 280 स्थाई और गिरफ्तारी वारंट तामिल कराये गये। 290 हिस्ट्रीशिटर और गुंडों को चैक की उनकी गतिविधियों की जानकारी ली गई। 10 फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गश्त के दौरान संपत्ति संबंधी 180 आरोपियों को चैक कर उन्हे हिदायत दी गई कि किसी भी प्रकार के अपराध में शामिल पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। 6 आर्म्स एक्ट और 4 आबकारी में मामले भी पुलिस ने गश्त के दौरान दर्ज किये है। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि कॉम्बिग गश्त के साथ शहर में शुरू किये गये चैकिंग अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले में सक्रिय असामाजिक तत्वों की पहचान करना, अपराधों पर नियंत्रण स्थापित करना और आमजन में सुरक्षा का भाव जागृत करना है।

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