इंदौर पुलिस ने रिटायर्ड जज के घर चोरी का किया खुलासा: दो आरोपी गिरफ्तार, बोलेरो और सोने-नकदी बरामद
इंदौर में रिटायर्ड जस्टिस रमेश गर्ग के घर हुई हाई-प्रोफाइल चोरी की वारदात का पुलिस ने 12 दिन बाद खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और धार, आलीराजपुर, बड़वानी और झाबुआ जिलों के सक्रिय गिरोहों से पूछताछ की।
दो आरोपी गिरफ्तार
एडिशनल एसपी रुपेश द्विवेदी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बांक टाडा गैंग से जुड़े दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम हैं:
- समीर उर्फ समीरा (मकवाना, धार)
- सर्कल पिता इंदरसिंह मंडलोई (टांडा)
पूछताछ में आरोपियों ने अपने चार अन्य साथियों के नाम भी बताए हैं। उनकी तलाश जारी है।
बरामदगी
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने:
- दो सोने की चेन
- एक सोने की अंगूठी
- 40 हजार रुपए नकद
- एक बोलेरो कार
बरामद की है।
वारदात का तरीका
10 अगस्त को खुड़ैल स्थित प्रगति विहार कॉलोनी में तीन बदमाश हथियार लेकर जस्टिस रमेश गर्ग के घर में घुसे थे। उन्होंने जज के बेटे पर लोहे की रॉड से हमला करने की कोशिश भी की थी।
बदमाश खिड़की की ग्रिल काटकर अंदर दाखिल हुए थे। उस समय गार्ड मौजूद था, लेकिन आरोपी हथियारों से लैस थे। सुबह जब ऋत्विक की पत्नी उठीं तो कमरा अस्त-व्यस्त मिला और अलमारी खुली पाई गई। घर से लाखों रुपए के जेवर और नकदी गायब थे।
इससे पहले की जांच में सामने आया था कि चोरी की पूरी वारदात महज 4 मिनट 10 सेकेंड में हुई थी। बदमाशों ने अलमारी का ताला तोड़ते ही अलार्म बजा दिया था, लेकिन बेड पर सो रहे जस्टिस के बेटे की नींद नहीं खुली। बदमाश आराम से चोरी करके फरार हो गए। यह पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी।
बांक टाडा गैंग की करतूतें
पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी कुख्यात बांक टाडा गैंग से जुड़े हैं। यह गैंग रात के समय बायपास के आसपास की कॉलोनियों को निशाना बनाता था और फिर कार से फरार हो जाता था।
आरोपियों को पकड़ने के लिए ग्रामीण थानों की कई टीमें लगाई गई थीं। फिलहाल बाकी बदमाशों की तलाश जारी है।
यह गिरफ्तारी इंदौर पुलिस की सतत निगरानी और गहन जांच का नतीजा है, जिससे हाई-प्रोफाइल चोरी की इस वारदात का खुलासा ह
