उज्जैन। बिहार का परिवार रविवार को धार्मिक यात्रा पर उज्जैन आया था, देवदर्शन से पहले मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान के लिये पहुंचा। इस दौरान परिवार की महिला महाकाल पेडी के सामने नहान के लिये नदी पर बने घाट पर पहुंची। अस्था की डूबती लगाते समय महिला का मंगलसूत्र गले से निकलकर पानी में चला गया। मंगलसूत्र नदी में गिरने पर महिला दुखी होने लगी। उसके साथ आये पुत्र गौरव ने नदी में तलाशने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बात की जानकारी मां क्षिप्रा तैराक दल के गोताखोरों को मिली तो अशोक कहार और लियाकत घाट पर पहुंचे। दोनों ने गोता लगाकर कुछ देर की मशक्कत के बाद हजारों रूपये कीमत का मंगलसूत्र नदी से खोज निकाला और बिहार से आये श्रद्धालु परिवार की महिला को सौंपा। इस दौरान परिवार ने गोताखोरों का हाथ जोड़कर आभार माना और धन्यवाद दिया। मां क्षिप्रा तैराक दल के सचिव संतोष सोलंकी ने बताया कि सदस्यों द्वारा प्रतिदिन क्षिप्रा में घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर अपनी मुस्तैदी को बनाये रखा जाता है। दल के सदस्य सुबह से लेकर देर रात तक घाटों पर मौजूद रहकर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को डूबने से बचाने का काम भी कर रहे है।
क्षिप्रा तैराक दल के गोताखोरों ने खोजा मंगलसूत्र
