गर्भवती महिलाओं को सरकारी योजना के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे साइबर गिरोह
भोपाल | 8 अगस्त 2025
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, गुना समेत कई जिलों में गर्भवती महिलाओं को सुकन्या समृद्धि योजना और मातृ वंदन योजना के नाम पर साइबर ठग निशाना बना रहे हैं। कॉल करने वाले ठग महिलाओें की पूरी व्यक्तिगत जानकारी बताकर उनका विश्वास जीतते हैं, फिर ओटीपी पूछकर बैंक अकाउंट से रकम उड़ा लेते हैं।
जांच में सामने आया है कि ठगों ने पोषण आहार ट्रैकर ऐप के जरिए आंगनवाड़ी केंद्रों में रजिस्टर्ड गर्भवती महिलाओं का डेटा हासिल किया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के यूज़रनेम और पासवर्ड हैक कर यह जानकारी चुराई गई।
कैसे हो रही है ठगी? — तीन केस से समझिए
केस 1: बेटी के भविष्य की बचत गायब
बैरागढ़ निवासी अदिति ने अपनी नवजात बेटी के लिए 5,000 रुपये जमा किए थे। ठग ने आंगनवाड़ी से जुड़ी सारी जानकारी बताकर बैंक अकाउंट और ओटीपी ले लिया। कुछ ही मिनटों में खाते से पूरी रकम निकल गई।
केस 2: खाते में सिर्फ 1,000 रुपये थे
बागसेवनिया की तनीषा गोस्वामी को ठग ने नाम, गर्भावस्था का महीना और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का नाम तक बताया। भरोसा होने पर तनीषा ने ओटीपी साझा किया और खाते से 1,000 रुपये कट गए।
केस 3: 40,000 रुपये की पूरी जमा-पूंजी साफ
मिसरोद, जाटखेड़ी निवासी काजल थापा ने बच्चे के लालन-पालन के लिए 40,000 रुपये बचाए थे। मातृ वंदन योजना के 5,000 रुपये मिलने का लालच देकर ठग ने ओटीपी लिया और पूरा बैलेंस निकाल लिया।
गांव में 19 महिलाओं को कॉल, कई फंसीं
जाटखेड़ी की आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 785 में रजिस्टर्ड 19 गर्भवती महिलाओं को ऐसे कॉल आए। कई महिलाओं ने ओटीपी दे दिया और हजारों रुपये गंवा बैठीं।
विभाग की प्रतिक्रिया
महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पासवर्ड बदलने के निर्देश दिए हैं। विभाग का कहना है कि डेटा लीक की आशंका पर साइबर क्राइम पुलिस जांच कर रही है।
सावधानी के लिए जरूरी सुझाव
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किसी भी कॉल पर ओटीपी या बैंक डिटेल साझा न करें।
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सरकारी योजनाओं की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट या आंगनवाड़ी केंद्र से ही लें।
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संदिग्ध कॉल की तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
