सहायक जेल अधीक्षक 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
कैदी को मारपीट से बचाने के लिए मांगे थे 30 हजार, जीजा ने की थी लोकायुक्त में शिकायत
उज्जैन |
उज्जैन लोकायुक्त टीम ने खाचरोद उप जेल के सहायक जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शुक्रवार दोपहर उस वक्त की गई जब आरोपी जेल अधीक्षक, शिकायतकर्ता से पैसे ले रहा था।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि आरोपी जेल अधीक्षक ने उसके साले को जेल में मारपीट से बचाने के एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
📌 पूरा मामला क्या है?
उज्जैन निवासी जितेंद्र गोमे ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार यादव को शिकायत दी थी कि उनका साला कनवर सिसौदिया खाचरोद उप जेल में बंद है। जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत द्वारा उनके साले को मारने-पीटने की धमकी दी जा रही थी और बचाने के बदले 30 हजार की मांग की जा रही थी।
🕵️ ऐसे रची गई ट्रैप प्लानिंग
लोकायुक्त डीएसपी दिनेश चंद्र पटेल के नेतृत्व में ट्रैप योजना बनाई गई।
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शिकायतकर्ता जितेंद्र को 15 हजार रुपए की पहली किश्त के साथ आरोपी के पास भेजा गया।
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जैसे ही राणावत ने रिश्वत ली, टीम ने मौके पर ही दबिश देकर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
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यह पूरी कार्रवाई उप जेल खाचरोद के कार्यालय में की गई।
🚔 गिरफ्तारी के बाद हड़कंप
खाचरोद जेल परिसर में लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई से हड़कंप मच गया।
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टीम ने आरोपी के कार्यालय की तलाशी भी ली।
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इसके बाद आरोपी को उज्जैन लाया गया, जहां आगे की पूछताछ और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
📣 अधिकारी बोले –
डीएसपी लोकायुक्त दिनेश चंद्र पटेल ने बताया:
“सहायक जेल अधीक्षक सुरेंद्र सिंह राणावत द्वारा 30 हजार की रिश्वत की मांग की गई थी। आज पहली किश्त लेते हुए उसे रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।”
⚖️ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त सख्त रुख अपनाए हुए है। जेल जैसी संवेदनशील व्यवस्था में रिश्वतखोरी की यह घटना चिंताजनक जरूर है, लेकिन लोकायुक्त की तत्परता ने इसमें तुरंत हस्तक्षेप कर बड़ा नुकसान होने से बचा लिया।
