कालिदास उद्यान में हत्या, हिरासत में 2 आरोपी पत्थर से दोस्तों ने कुचला था कबाड़ी का चेहरा

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उज्जैन। कालिदास उद्यान में बुधवार-गुरूवार रात हुई कबाड़ी की हत्या का सीसीटीवी कैमरों से सुराग तलाश लिया गया। घटनाक्रम सामने आने के पांच घंटे बाद मृतक कबाड़ी के 2 दोस्तों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने उधार रुपए नहीं देने पर पहले उद्यान में रखे गमले से हमला किया था, उसके बाद पत्थर से चेहरा कुचल कुचकर भाग निकले थे।
क्षिप्रा नदी किनारे कालिदास उद्यान में गुरूवार सुबह एक युवक की खून से सनी लाश पड़ी होने की खबर सामने आते ही महाकाल थाना प्रभारी गगन बादल एसआई जितेन्द्र झाला और टीम के साथ मौके पर पहुंच गये। मामला हत्या का होने पर आईपीएस राहुल देशमुख कालिदास उद्यान पहुंचे। मृतक का चेहरा वजनी पत्थर से कुचला गया था। पुलिस टीम ने मृतक की पहचान के प्रयास शुरू किये, पता चला कि राजा पिता चिमनलाल सिमरैया 45 साल निवासी जूना सोमवारिया है और कबाड़े का काम करता था। खबर मिलते ही भाई मुकेश और पुत्र नवीन घटनास्थल पहुंचे। राजा का शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल पहुंचाया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के साथ उद्यान में मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया। सीसीटीवी कैमरें में मृतक बुधवार रात 11 बजे के लगभग बाइक से 2 साथियों के साथ आता दिखाई दिया। कुछ देर बाद दोनों साथी अकेले जाते दिखाई दिये। पुलिस टीम ने दोनों की जानकारी जुटाई तो सामने आया कि जूना सोमवारिया के रहने वाले अमन पिता अल्ताफ हुसैन 25 साल और अजीमुद्दीन पित अब्दुल अजीज 19 साल है। दोनों की धरपकड़ के लिये एसआई विकास देवड़ा, जितेन्द्र झाला, पुरूषोत्तम गौतम, एएसआई चंद्रभानसिंह, प्रधान आरक्षक मनीष यादव, सुनील पाटीदार, शैलेष योगी, राजपाल की टीम को अलर्ट किया गया। वहीं क्राइम टीम निरीक्षक अनिल शुक्ला, सायबर प्रभारी प्रतिक यादव ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने के साथ सुराग तलाशना शुरू किया। टीम के कुछ सदस्य लोकेशन मिलने इंदौर तक पहुंचे, लेकिन लोकेशन वापस उज्जैन की ओर आने लगी। इसी आधार पर घेराबंदी शुरू की गई और गौंसा रोड से दोनों को पांच घंटे बाद दबोच लिया गया।
उधार रूपयों को लेकर हुआ था विवाद
दोनों आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि रात में वह राजा के साथ रात में चिंतामण शराब दुकान पर पहुंचे थे। वहां अंग्रेजी शराब पी और राजा की बाइक से कालिदास उद्यान आये। बाइक बाहर खड़ी करने के बाद अंदर गये, अमन ने राजा से 10 हजार रुपए उधार मांगे। राजा ने देने से मना कर दिया। जिस पर विवाद हुआ, राजा ने अमन के परिवार को अपशब्द कहे। जिस पर विवाद हो गया और पहले गमले से मारा, नशे में होने पर राजा गिर गया, जिसके बाद उसके सिर पर वजनी पत्थर से हमला कर चेहरा कुचल कर भाग निकले। रात अमन के घर पर गुजारी और सुबह शहर से भागने की फिराक में निकले थे।
रात 11 बजे पत्नी से हुई थी बात
मृतक राजा के भाई मुकेश और पुत्र नवीन ने बताया कि रात 9 बजे कुछ देर में आने का बोलकर निकला था। वह कबाड़े का ठेला चलाने के साथ मजदूरी करता था। रात 11 बजे पत्नी ने कॉल किया तो कुछ देर में आने की बात कहीं। उसके बाद पत्नी ने रात 12 बजे कॉल किया तो मोबाइल बंद आने लगा। पत्नी को लगा कि कहीं मजदूरी के लिये निकल गये है। लेकिन सुबह खबर आई कि उसकी हत्या हो गई है। राजा शराब पीता था और जुआं खेलने का आदी था। उसके 2 पुत्र और पुत्री है।

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