उज्जैन। ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल चोरी करने वाले 3 बदमाशों को आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से 13 मोबाइल मिले है। तीनों काफी समय से लम्बी दूरी की टेÑनों में वारदात को अंजाम दे रहे थे।
नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन मेंं 2 दिन पहले आरपीएफ टीम सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सर्चिंग कर रही थी। उसी दौरान ट्रेन में सवार एक संदेही युवक दिखाई दिया। जो आरपीएफ जवानों को देख भागने का प्रयास करने लगा। उसे चलती ट्रेन में पकड़ा गया और थाने लाया गया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम अजय उर्फ बारिक पिता रूपसिंह चौहान 35 साल निवासी बड़ी चुरलाई थाना बरोठ जिला देवास होना बताया। उसके पास से कुछ मोबाइल मिले, जो चोरी के होना सामने आये है। आरपीएफ निरीक्षक योगेन्द्र पटेल ने मामला चोरी का सामने आने पर आरोपित युवक को जीआरपी थाना प्रभारी सोहनलाल पाटीदार के सुपुर्द किया। जीआरपी की टीम ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो अजय ने 5 मोबाइल ट्रेनों से चोरी करना बताया। वहीं पूछताछ में उसके 2 साथियों की जानकारी सामने आई। जीआरपी की टीम ने आरपीएफ टीम के साथ दोनों की तलाश शुरू की और प्लेटफार्म नम्बर 1 के बाहर पानी की टंकी के पास से दोनों को हिरासत में लिया। जिनके नाम अनिल पिता सुल्तानसिंह यादव 19 साल निवासी ग्राम गोहड़ी थाना सिरोंज जिला विदिशा और सुनील पिता अशोक हाटगले 25 साल निवासी शेवालवाड़ी पचोरा महाराष्ट्र होना सामने आये। दोनों की निशानदेही पर ट्रेनों और प्लेटफार्म से चोरी किये गये 8 मोबाईल बरामद किये गये। जीआरपी थाना प्रभारी सोहनलाल पाटीदार ने बताया कि बरामद 13 मोबाइल की कीमत 1.43 लाख रूपये होना सामने आई है। कुछ मोबाइल उज्जैन स्टेशन से चोरी किये गये थे। कुछ अलग-अलग चलती ट्रेनों से चोरी किये जाना सामने आये है। मोबाईल धारको का पता लगाया जा रहा है। बरामद मोबाइल में 5 रियलमी, 3 वीवो, 1 नार्जो, 1 वन प्लस, 1 ओप्पो और 2 रेडमी कंपनी के है।
अजय उर्फ बारिक का सामने आया रिकार्ड
जीआरपी थाना प्रभारी पाटीदार ने बताया कि मोबाईल चोरी में शामिल अजय उर्फ बारिश के पूर्व में चोरी के रिकार्ड होना सामने आये है। वह पूर्व में पकड़ा जा चुका है। तीनों आरोपी चलती ट्रेन में चोरी को अंजाम देते थे और बीच रास्ते में आने वाले स्टेशन पर उतारकर भाग निकलते थे। ट्रेन से उतरने के बाद प्लेटफार्म पर मौका मिलता था तो वहां भी यात्रियों के मोबाईल उड़ा देते थे। अजय के साथ गिरफ्त में आये दोनों साथियों का अपराधिक रिकार्ड भी पता किया जा रहा है।
