उज्जैन। 2 भाईयों के बीच संयुक्त जमीन को दिसंबर-मार्च माह में सौदा करने के बाद एक भाई ने अपने पुत्र के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फिर से जमीन बेचने का प्रयास किया। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया। मंगलवार को पिता-पुत्र के साथ 2 दलालों को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में पेश कर पिता-पुत्र को रिमांड पर लिया गया है। दलालों को जेल भेजा गया है।
नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि महाश्वेतानगर में रहने वाले प्रापर्टी कारोबारी महेश परियानी ने दिसंबर 2024 और मार्च 2025 में ग्राम जीवनखेड़ी में रहने वाले 2 भाई सुन्दरलाल और गेंदालाल पिता देवीसिंह से साढ़े नौ बीघा जमीन का सौदा किया। दोनों भाईयों से रजिस्ट्री करा ली गई, लेकिन नामातंरण होना शेष रह गया। इस बीच सुन्दरलाल ने अपने पुत्र नरसिंह के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कराये और 4 करोड़ कीमत की जमीन का 2 दलाल राजेन्द्र सिसौदिया, प्रकाश कीर के माध्यम से 1 करोड़ में करने का प्रयास शुरू कर दिया। पूर्व में बेची गई जमीन को दोबारा से बेचने की योजना संतोष पाटीदार द्वारा तैयार की गई। जमीन खरीदकर दिसंबर और मार्च माह में रजिस्ट्री करा चुके महेश परियानी को अपनी जमीन बेचने की जानकारी लगी तो उन्होने नीलगंगा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को सुन्दरलाल उसके पुत्र नरसिंह के साथ दोनों दलालों को गिरफ्तार कर लिया। चारों को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से पिता-पुत्र को रिमांड पर लिया गया है। दलालों को जेल भेजकर मुख्य आरोनी संतोष पाटीदार की तलाश शुरू की गई है। थाना प्रभारी के अनुसार सुन्दरलाल बेची गई जमीन को दोबारा से अपनी पत्नी को ही बेचने की फिराक में था। वहीं एक हिस्सा दूसरे को बेच रहा था। पूछताछ में पिता-पुत्र से कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है। कूटरचित दस्तावेज जप्त किये है। जिसकी जांच कराई जा रही है। संभवत: आरोपियों की संख्या बढ़ भी सकती है।
पूर्व में कर चुके थे सौदा, 2 दलालों के साथ हिरासत में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पिता-पुत्र ने किया जमीन बेचने का प्रयास
