उज्जैन। महाकाल क्षेत्र में आंतरिक मार्गों पर यातायात के दबाव को कम करने के लिए सडक सुरक्षा समिति के निर्णय पर सोमवार से दो मुख्य रास्ते एकांगी कर दिए गए हैं। इसमें 24 खंभा से मराठा धर्मशाला होते हुए हरसिद्धि पाल तक और हरसिद्धि पाल से कहारवाड़ी, पानदरीबा होते हुए गुदरी की ओर के रास्ते को वन-वे घोषित किया है। पहले दिन यहां यातायात पुलिस ने दोनों मार्ग पर तीन पाईंट के तहत वाहन चालकों को समझाईश दी है, मार्ग के दोनों और एकांगी के बोर्ड लगाए गए हैं।हाकाल क्षेत्र के आसपास ट्रैफिक का दबाव और जाम की स्थितियां बनती हैं। शहर के प्रमुख भीतरी मार्गों में यातायात का अत्यधिक दबाव बना रहता है। इससे समय-समय पर यातायात बाधित होता है। संकरे मार्गों पर दोनों दिशाओं में यातायात संचालन से दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है और सुचारू आवागमन में बाधा उत्पन्न होती है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यातायात व्यवस्था को अधिक सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए कुछ मार्गों को एकांगी (वन-वे) किए जाने का निर्णय लिया है।एएसआई सहित जवानों ने रखी नजर-
यातायात डीएसपी दिलीप सिंह परिहार के अनुसार सोमवार सुबह 9 बजे से एकांगी व्यवस्था प्रभावशील कर दी गई। दोनों एकांगी मार्ग के दोनों छोर पर एकांगी का बोर्ड प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही यहां तीन पाईंट बनाकर एक एएसआई सहित जवानों को तैनात किया गया । प्रथम दिन सभी प्रकार के वाहन चालकों को गलती करने पर समझाईश के तहत छोडा गया है। मुख्य उद्देश्य यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया जाना है। एकांगी किए गए वन-वे घोषित रास्तों पर अगर वाहन चालक नियम का उल्लंघन कर गलत दिशा में गाड़ी चलाते हुए मिले तो उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएगी।
सुबह 9 से रात 10 तक प्रभावी-
डीएसपी श्री परिहार बताते हैं कि एकांगी मार्ग व्यवस्था प्रतिदिन सुबह 9 से रात 10 बजे तक प्रभावशील रहेगी। इस दौरान अगर कोई वाहन चालक गलत दिशा में गाड़ी लेकर आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले दिन की व्यवस्था से काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं। क्षेत्र में वाहनों के अधिक संख्या में दोनों और से पहुंचने पर लगने वाले जाम जैसी स्थिति नहीं बनी है।ये हैं वन-वे व्यवस्था-
मार्ग-1 (वन-वे इन) इसमें चौबीस खंभा से मराठा धर्मशाला होते हुए हरसिद्धि पाल तक वाहनों की आवाजाही की अनुमति केवल इसी दिशा में होगी। मार्ग -2 (वन-वे आउट) हरसिद्धि पाल से कहारवाड़ी, पानदरीबा होते हुए गुदरी की ओर से वाहन चालकों की वापसी होगी। यानी इस वन-वे से वाहन चालक वापस आ सकेंगे।
