उज्जैन। नीलगंगा थाना परिसर में 222 वाहनों की नीलामी प्रक्रिया बुधवार दोपहर शुरू की गई। शाम तक 37 वाहनों की बोली लग पाई और 5.5 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ। शेष वाहनों की नीलामी के लिये आज फिर से बोली लगाई जायेगी।
जिले के थाना परिसरों में सालों से अपराध, घटना-दुर्घटनाओं में जप्त वाहनों को नीलाम किये जाने की प्रक्रिया पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही है। बुधवार को नीलगंगा थाना परिसर में खड़े 222 वाहनों को नीलाम किये जाने के लिये बोली लगाने की प्रक्रिया दोपहर 1 बजे बाद शुरू की गई। चार पहिया वाहन से शुरू हुई बोली शाम को 5 बजे तक चली। इस बीच 21 चार पहिया वाहन और 16 दो पहिया वाहन की बोली लग पाई। नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि नीलामी प्रक्रिया में 95 के लगभग लोगों ने भाग लिया था। जिन्हे टोकन दिये गये थे। शेष वाहनों की नीलामी के लिये गुरूवार सुबह 9 बजे से बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। शाम तक सभी वाहनों को नीलाम करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा। थाना परिसर में सबसे अधिक वाहन खड़े है।
पांच थानों की पूरी हो चुकी है नीलामी
पुलिस द्वारा खाराकुआ थाना परिसर से जप्त वाहनों की नीलामी प्रक्रिया को शुरू किया था। यहां 38 वाहनों की बोली के बाद 75 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ था। उसके बाद माधवनगर थाना परिसर में माधवनगर, नानाखेड़ा और नागझिरी थाना पुलिस द्वारा जप्त 36 वाहनों को नीलाम किया गया। जिससे 1.92 लाख रूपये प्राप्त हुए। बड़नगर में 14 वाहनों की बोली लगी और 1.39 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ। वहीं महाकाल थाने पर 22 वाहनों से 53 लाख की आय हुई थी।
जिले के सभी थानों के नीलाम होगे वाहन
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिले के सभी थाना परिसर में सालों से जप्त वाहनों का नीलाम किये जाने की योजना बनाई है। पीडब्ल्यूडी विभाग और प्रशासनिक टीम द्वारा वाहनों का मूल्याकंन किया जा रहा है। सभी वाहनों को उचित दामों पर पुलिस एक्ट की धारा 25 में नीलाम किया जा रहा है। नीलामी में भाग लेने के लिये प्रत्येक बोलीदाता को धरोहर राशि जमा करना आवश्यक है।
