इंदौर में पुलिस की दबंगई: हॉस्पिटल स्टाफ को इलाज के पैसे मांगने पर धमकाया, मारपीट भी की
इंदौर, 27 मई। शहर में कानून व्यवस्था को लेकर एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां पुलिस की छवि को धूमिल करने वाली घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। संगम हॉस्पिटल के एक कर्मचारी को इलाज के पैसे मांगने पर एक पुलिसकर्मी ने न केवल धमकाया, बल्कि अस्पताल प्रबंधन से मारपीट भी की।
“ये रिवॉल्वर है, 10-10 गोली दाग दूंगा”
पीड़ित कर्मचारी के अनुसार, एक मरीज के इलाज के बाद जब हॉस्पिटल स्टाफ ने संबंधित व्यक्ति से बकाया रकम की बात की, तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी आग बबूला हो गया। उसने बंदूक की ओर इशारा करते हुए धमकी दी — “ये रिवॉल्वर है, 10-10 गोली दाग दूंगा।”
इस धमकी के बाद पुलिसकर्मी ने कथित रूप से अस्पताल के अन्य कर्मचारियों और प्रबंधन के साथ मारपीट की। बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में हंगामे का माहौल बन गया और अन्य मरीज व परिजन भयभीत हो गए।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। यह मामला सिर्फ एक अस्पताल तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बताता है कि किस तरह वर्दीधारी लोग खुद ही कानून हाथ में लेने लगे हैं।
अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं
घटना के संबंध में अब तक कोई आधिकारिक बयान या एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि नहीं हुई है। अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई की मांग कर रहा है।
जनता में आक्रोश
इस घटना के बाद सोशल मीडिया और आमजन के बीच पुलिस की गुंडागर्दी को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि यदि रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो आम जनता कहां जाए?
निष्कर्ष
इंदौर की इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या अब अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों पर भी वर्दीधारी लोग दबाव और धमकी का हथियार बना रहे हैं? प्रशासन को चाहिए कि तत्काल प्रभाव से जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करे, जिससे पुलिस विभाग की छवि पर लगे इस दाग को धोया जा सके।
