श्री महाकाल मंदिर के शंखद्वार वीआईपी गेट के प्रथम तल पर आग लगी,5 करोड का नुकसान

 

उज्जैन। सोमवार पूर्वान्ह श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासनिक कार्यालय से चंद मीटर दूर मंदिर प्रवेश के गेट नं-1 शंखद्वार वीआईपी प्रवेश द्वार की प्रथम तल जिसे फेसिलिटी की छत कहा जाता है पर स्थित प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा स्थापित ईकाई कार्यालय में आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया जिसे दूर तक देखा गया। घटना के समय यहां निजी कंपनी का आपरेटर जयदीप कुडापे मौजूद था। आग पर फायर ब्रिगेड ने आकर काबू किया। इस अग्निकांड में करीब 5 करोड का नुकसान होने की जानकारी सामने आ रही है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर के गेट नं-1 के प्रथम तल की छत पर प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने  3 वर्ष पूर्व वायू गुणवत्ता मानिटरिंग के लिए यंत्रों के साथ ईकाई कार्यालय स्थापित कर रखा था। मंदिर से इसकी दूरी करीब 200 मीटर के लगभग है। प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के सिनियर सांईटिस्ट ए डी संत के अनुसार इस ईकाई में प्रायवेट कंपनी ईको टेब सप्लायर का आपरेटर यहां मौजूद था। उसी के सामने घटना हुई और शार्ट सर्किट से कुछ ही देर में यहां लगी मशीनें,बैटरी,एसी सहित ईकाई कार्यालय पूरी तरह से जल गया। इस अग्निकांड में बोर्ड को करीब 5 करोड के नुकसान का अनुमान है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार घटना करीब 11.30 से 11.45 के मध्य की है। प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के ईकाई कार्यालय में निजी कंपनी के कर्मचारी जयदीप कडापे ने मंदिर के कंट्रोल रूम को आग की सूचना दी और बताया कि एमसीबी में शार्ट सर्किट के साथ यहां लगी बैटरी एवं मशीनों ने आग पकड ली है । सूचना पर तत्काल ही फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। अगले आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया था। इस स्थल का श्रद्धालुओं से किसी भी प्रकार का लेना देना नहीं था। आग के कारण से जरूर कुछ देर के लिए श्रद्धालुओं में भय की स्थिति बनी थी। घटना के समय एहतियात के तौर पर तत्काल ही पूरे प्रांगण को खाली करवा लिया गया था जहां से फायर ब्रिगेड ने आकर आग पर काबू पा लिया। घटना के दौरान भी मंदिर में नीचे श्रद्धालुओं के दर्शन का क्रम जारी रहा।  गेट नं 1 से कुछ देर के लिए एहतियातन प्रवेश निषेध किया गया था। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। श्रद्धालु नवनीत पटेल देवास ने बताया‍ कि

शंख द्वार के पास के गलियारे से निकल कर जा रहे थे उसी दौरान धमाके की आवाज उपर से आई थी उपर की और देखने पर वहां से आग और काला धुंआ ही निकलता दिखाई दे रहा था,लपटें उठ रही थी। ये देख अन्य श्रद्धालु घबराकर इधर उधर भागने लगे थे और प्रशासनिक कार्यालय के समीप जाकर खडे हो गए थे। अफरा-तफरी के बीच एहतियातन गेट नंबर -1 से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था रोक दी गई। इस दौरान करीब एक घंटे तक श्रद्धालुओं को परेशान होना पड़ा। फायर ब्रिगेड के आग पर काबू पाते ही दर्शन व्यवस्था पूर्ववत शुरू कर दी गई थी। फायर ब्रिगेड के आग पर काबू पाने से पूर्व ही मंदिर के इस क्षेत्र की विद्युत सप्लाय पूरी तरह से बंद कर दी गई थी।

 

 

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