उज्जैन। मक्सीरोड पर 14 दिन पहले केसरबाग में हुई चोरी का सुराग पुलिस को मिल गया। पारदी डेरे के चार नाबालिगों ने ताला तोड़ा था। एक को हिरासत में लिया गया है। जिसके पास से एक लाख रूपये नगद बरामद किये गये है। उसके 3 साथी परिवार सहित डेरे से फरार हो गये है।
पंवासा थाना क्षेत्र के केसरबाग में 14 मई को कृष्ण कुमार पांचाल के मकान का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया था। कृष्ण कुमार परिवार के साथ शहर से बाहर गया हुआ था। पड़ोसी संजय ने मोबाइल पर मकान का ताला टूटा होने की सूचना दी तो कृष्ण कुमार 16 मई की सुबह लौटकर आया। मकान में पूरा सामान अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ था। अलमारी खुली थी। चोरी की सूचना पुलिस को दी गई। जांच के दौरान सामने आया कि बदमाशों ने 6 लाख रूपये नगद, सोने की चेन और कुछ चांदी के आभूषण चोरी किये है। पुलिस ने मामला जांच में लिया और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। वहीं मुखबीरों को अलर्ट किया गया। गुरूवार को खबर मिली कि चोरी को पारदी डेरे में रहने वाले 4 नाबालिगों ने अंजाम दिया है। पुलिस ने मक्सीरोड पर डेरे में घेराबंदी की और एक नाबालिग को हिरासत में लिया। उसके 3 साथी परिवार सहित डेरे से फरार हो चुके थे। हिरासत में आये नाबालिग को थाने लाया गया और पूछताछ शुरू की गई। उसने 3 साथियों के साथ रात के अंधेरे में ताला तोड़कर चोरी करना कबूल कर लिया। उसने चोरी किये रूपये आपस में बांटने और चेन एक साथी द्वारा रखने की बात कहीं। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 1 लाख रूपये नगद बरामद कर लिया। एएसआई मोहब्बतसिंह अलावा ने बताया कि शेष राशि और चेन के साथ आभूषण फरार 3 नाबालिगों के हिरासत में आने पर बरामद हो पायेगी। फिलहाल मामले में चार नाबालिगों के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। हिरासत में आये नाबालिग को शुक्रवार दोपहर बाल न्यायालय में प्रस्तुत किया था, जहां से बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।
शादी के लिये उधार लिये थे 6 लाख
कृष्ण कुमार पांचाल ने चोरी की शिकायत दर्ज कराते समय पुलिस को बताया था कि वह स्टेशनरी की दुकान पर काम करता है। मां के साथ अकेला रहता है। उसकी शादी होने वाली है। मामा ने कुछ दिनों पहले प्लाट बेचा था, मां 6 लाख रूपये शादी के लिये उधार लिये थे, घर में वहीं रूपये रखे थे। चेन के साथ चांदी के आभूषण मां के थे। 11 मई को नानी के यहां कार्यक्रम था, जिसके चलते मां के साथ वह ननिहाल चला गया था। पिता का निधन हो चुका है। चोरी करने वालों से पूरे रूपये नहीं मिले शादी का कार्यक्रम प्रभावित होगा, और उधार रूपये लौटाने के लिये भी मशक्कत करना पड़ेगी।
वारदातों में अधिकांश कंजर-पारदी गिरोह
शहर में मकानों-दुकानों के साथ वाहन चोरी की वारदातों में अधिकांश पारदी-कंजर गिरोह का हाथ होना सामने आता है। गिरोह ने शहर के आसपास डेरे बना रखे है। कुछ दिनों पहले ही शहर में होने वाली वारदातों को देखते हुए 60 से अधिक पुलिस अधिकारियों और जवानों की टीम ने पंवासा, चिमनगंज, भैरवगढ़, चिंतामण और नीलगंगा थाना क्षेत्रों के डेरों पर दबिश मारी थी। लेकिन कुछ खास सफलता हाथ नहीं लग पाई थी। पारदी-कंजर गिरोह के नाबालिग भी धार्मिक स्थलों के आसपास मोबाइल-पर्स चोरी को अंजाम देते है। लेकिन इनकी गतिविधियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। नाबालिग होने पर चोरी के मामलों में उन्हे न्यायालय से जमानत भी जल्द मिल जाती है।
