April 27, 2024

ब्रह्मास्त्र इंदौर। कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। बीते तीन दिनों से लगातार रोजाना 500 से अधिक कोरोना पाजिटिव आ रहे है। पहले 512 ,फिर 584 और अब 618 तक पहुंच चुका है, लेकिन फिर भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जा रहा है। शहर में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर लापरवाही साफ नजर आ रही है। यहां पर दूसरे जिलों और राज्यों से आने वाले लोग लगातार लापरवाही कर रहे हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने शहर में मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें 200 रुपये का जुर्माना तय किया है। इसके अलावा विवाद करने पर ऐसे व्यक्तियों पर पुलिस कार्रवाई करने की बात भी कही गई है। इसके बाद भी शहर में कोरोना को लेकर लापरवाही की जा रही है। शहर के बाजारों के अलावा ऐसी जगह पर जहां पर दूसरे राज्यों और जिलों में लाेगों की आवाजाही हो रही है। वहां पर लापरवाही की जा रही है। पिछली लहर में एयरपोर्ट पर इंदौर में कोरोना लाने का आरोप एयरपोर्ट पर लगा था, लेकिन फिर भी ऐसी ही लापरवाही जारी है।

बिना जांच के आ रहे यात्री

एयरपोर्ट पर बीती लहर में आने वाले यात्रियों को एक अंडर टेकिंग फार्म भरना होता था। इसके अलावा इंदौर नगर निगम की 311 एप्प पर रोजाना अपनी जानकारी देना होती है। इस पर ऐसा कुछ नहीं हो रहा है दूसरे राज्यों से रोजाना यात्री आराम से आ रहे है। दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों से बिना जांच के यात्री आ रहे है। एयरपोर्ट पर किसी तरह की स्क्रीनिंग नहीं हाे रही है, जबकि एयरपोर्ट अथारटी आफ इंडिया के गाइड लाइन के अनुसार सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जानी चाहिए।

रेलवे स्टेशन पर भी सख्ती नहीं

रेलवे स्टेशन पर कभी कभार ही स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पर जांच करने पहुंचती है, जिसमें रैंडम आधार पर यात्रियों की जांच की जाती है। पिछले दिनों मुख्यालय से आए आदेश के बाद मास्क नहीं पहनने वाले यात्रियों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जा रही है। रेलवे यात्रियों से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के लिए कहता है। लेकिन ज्यादा सख्ती नहीं है।

बस स्टैंड पर भी लापरवाही

बस स्टैंड में नवलखा,तीन इमली जैसे बस स्टैंडो के अलावा शहर के कई इलाकों के भी बसें चल रही है जो पड़ोसी राज्यों से यात्रियों को ला रही है। यहां पर भी किसी तरह की सख्ती नहीं की जा रही है। यात्रियों की कमी यहां पर भी बनी हुई है। महाराष्ट् और दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों की किसी प्रकार से कोई जांच नहीं हो रही है। एआइसीटीएसएल के द्वारा संचालित बसों में भी यहीं हाल है।