April 26, 2024

– कलेक्टर ने पत्रकारों को बताया आने वाले समय में श्रद्धालुओं को कई हाइटेक सुविधाएं मिलेगी

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। महाकाल मंदिर के बाहर रूद्रसागर के किनारे देश का अनूठा पानी का लेजर शो होगा। यहीं नहीं आने वाले समय में देश व दुनियाभर से महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को अनेक आकर्षक चीजे देखने को मिलेगी व कई प्रकार की हाइटेक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी।

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत महाकाल मंदिर के आसपास करोड़ों रुपए के खर्च से कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसकी जानकारी महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह ने शुक्रवार को मौके पर ही पत्रकारों से चर्चा कर दी। कलेक्टर ने पहले पूरी योजना बताई फिर पत्रकारों को पैदल ले जाकर कहां क्या होगा, अभी क्या बन रहा है और कब तक ये तैयार हो जाएगा। इसकी पूरी जानकारी दी। कलेक्टर ने चर्चा में बताया कि महाकाल मंदिर परिसर के अंदर से लेकर बाहर व आसपास के क्षेत्र में 602 करोड़ रुपए की योजनाओं के अलग-अलग कई कार्य चल रहे हैं जो अब धरातल पर नजर भी आ रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि योजना का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया हैं तथा मार्च 2023 तक ये सारे कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। और आने वाले 2028 के सिंहस्थ महापर्व के दौरान तो महाकाल मंदिर का एक अलग ही भव्य और वैभव पूर्ण नजारा देश-विदेश के लाखों लोगों को नजर आएगा।

कम समय में लोगों को दर्शन हो व पर्यटन को बढ़ावा इस थीम पर काम

श्रद्धालुओं को कम समय में दर्शन हो। देशभर से आने वाले श्रद्धालु उज्जैन में ही ज्यादा से ज्यादा रुके। शहर के पर्यटन को बढ़ावा मिले। इस थीम पर यह पूरा प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। महाकाल मंदिर के विस्तार में अनेक आकर्षण प्रोजेक्ट शामिल किए गए हैं। इसमें सबसे खास होगा रुद्रसागर में प्रस्तावित पानी का लेजर शो जो कि देश ही विश्वभर में चर्चित है। इसके अलावा विशाल पार्किंग, मनोरंजन, उज्जैन के इतिहास, श्रद्धालुओं की सुरक्षा से लेकर उनके खानपान को लेकर भी अनेक योजनाएं मूर्त रूप लेने जा रही है।

जो पैदल नहीं चल सकते उनके लिए ईरिक्शा व कार चलाएंगे 

जो श्रद्धालु ज्यादा पैदल नहीं चलना चाहते हैं उनके लिए एक अलग द्वार व ई टिकट के जरिए ई रिक्शा में मंदिर तक जाने की व्यवस्था रहेगी। यह सुविधा नि:शुल्क ही प्रदान करने की भी योजना पर काम चल रहा है। मंदिर विस्तारीकरण के लिए आवश्यक भू अर्जन पर शासन 150 करोड रुपए खर्च कर रहा हैं, मंदिर के सामने के 11 मकानों को शीघ्र हटाया जाएगा।

मंदिर विस्तारीकरण से 1 लाख श्रद्धालु की क्षमता हो जाएगी

कलेक्टर ने बताया कि महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना पूरी होने के साथ ही परिसर में लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं के मौजूद रहने की क्षमता हो सकेगी। वर्तमान समय में महाकाल मंदिर का परिसर दो से ढाई हेक्टेयर में फैला हुआ है, जबकि विस्तारीकरण के बाद यह पूरा 20 हेक्टेयर क्षेत्र में फैल जाएगा। प्रतिदिन आने वाले स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के नजदीक से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी, जबकि बाहरी भक्तों के लिए अलग से विजिटर सेंटर बनाए जा रहे हैं, जहां उन्हें पूरे परिसर में घूमकर अद्भुत आनंद की अनुभूति होगी। प्राचीन समय में महाकाल मंदिर क्षेत्र को महाकाल वन क्षेत्र कहा जाता था। योजना में प्राचीन स्वरूप को ध्यान में रखते हुए ही विस्तारीकरण किया जा रहा है। यहां पर सप्त ऋषि के साथ- साथ भगवान शिव के कई रूपों का दर्शन होगा। इसके अलावा नवग्रह भी विराजमान रहेंगे।