उज्जैन। अगर आप उज्जैन आ रहे हैं और आपको होटल में नहीं रूकना चाहते है तो आपको मात्र रूपए 150-200 के खर्च में छोटे होटल एवं गेस्ट हाउस में फ्रेश होने,नहाने,लगेज की सुविधा उपलब्ध हो सकती है। होटल एवं गेस्ट हाउस में उंचे दर की बजाय अब श्रद्धालुओं का रूझान धर्मशालाओं एवं लाज की और बढा है। ऐसे में श्रद्धालु सुबह की जुगाड के बाद शहर के मंदिरों में दर्शन करने में समय लगा रहे हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का कम ही आंकडा क्षेत्र में होटलों एवं गेस्ट हाउस में रूकने वालों का सामने आ रहा है। अधिकतर श्रद्धालु शहर आने के उपरांत अपने नित्यकर्म से निवृत्त होते ही मंदिरों के दर्शनों का रूख कर रहे हैं। शहर की होटलों एवं गेस्ट हाउस के साथ सुलभ शौचालयों का उपयोग ऐसे श्रद्धालु जमकर कर रहे हैं। हालत यह है कि सर्व सुविधायुक्त सुलभ शौचालयों की कमी क्षेत्र में लगने लगी है। इसके साथ ही होटल एवं यात्रीगृह एसोसिएशन ने चेक इन एवं चेक आउट समय सुबह 9 बजे का किया हुआ है। ऐसे में रात में देर से आने वाले श्रद्धालुओं का बोर्डिंग का सद्उपयोग कम ही रह पाता है।
150-200 में गर्म पानी,लगेज भी-
श्रद्धालु मयंक शर्मा गौरखपुर बताते हैं कि होटल में रूकने पर तीर्थाटन कम और आराम की स्थिति ज्यादा रहती है। वे बताते हैं कि 10 वीं बार उज्जैन आ रहे हैं और हर बार ग्रुप में ही आते हैं। वे देर रात उज्जैन पहुंचते हैं। ट्रेन से सोते हुए ही आते हैं तो सुबह के समय अब होटलों का भारी भरकम किराया देने की अपेक्षा धर्मशालाओं एवं लाज का रूख किया है।वहां भी नित्यकर्म एवं स्नान के लिए पहुंचते हैं और 100-200 रूपए लेकर उन्हें इसकी सुविधा ठीक-ठाक होटलों एवं गेस्ट हाउस में मिल जाती है। इसके बाद तडके बाबा की चलित भस्मार्ती दर्शन के बाद शहर के अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए निकल जाते हैं। श्री शर्मा का कहना था कि मंदिर क्षेत्र में अच्छे एवं सर्व सुविधा वाले सुलभ शौचालय बनाकर श्रद्धालुओं को अच्छी व्यवस्था दी जा सकती है।
चार दिन में 8.48 लाख श्रद्धालु-
पिछले चार दिनों में महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आंकडा 8.48 लाख पहुंच गया है,जबकि 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक 12 लाख के आने का ही अनुमान प्रशासनिक स्तर पर लगाया गया था।अभी अनुमानित दिनों में अभी 8 दिन शेष हैं। ऐसे में यह आंकडा करीब 17 लाख के लगभग जा सकता है। प्रदेश स्तर पर एक जनवरी से 5 जनवरी तक अवकाश की स्थिति के कारण इस आंकडे में यह इजाफा संभावित बताया जा रहा है। अमूमन सामान्य दिनों में ही श्री महाकालेश्वर दर्शन के लिए प्रति दिन औसत 1.10 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं।
वर्तमान में आने वाले श्रद्धालु मात्र यहां पर महाकाल वर्तमान में सामान्य होटलों में मंदिर के नजदीकी क्षेत्र के मान से सामान्य एवं एसी रूम का चार्ज एक हजार रूपए से कम नहीं है। ऐसे में देर रात को ट्रेन से आने वाले श्रद्धालु को यह भारी पडता है।
कमीशन खोरी भारी पड रही होटलों पर-
होटलों में रूकने वाले श्रद्धालुओं की कमी की स्थिति को लेकर जानकारी लेने पर सामने आया कि श्रद्धालुओं को स्टेशन एवं अन्य स्थानों से लाने वाले विभिन्न नगर सेवा वाले कमीशन की मांग करते हैं। इसके चलते उनके कमीशन को भी दर में जोड दिया जाता है। इसके चलते दर बडी हुई है।
चार दिन में 8.48 लाख श्रद्धालू-
दिनांक श्रद्धालुओं की संख्या
25 दिसंबर – 2, 57,902
26 दिसंबर – 1,98,052
27 दिसंबर – 1,96,322
28 दिसंबर – 1,95,688
स्त्रोत- श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति। नोट –आंकडे मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के हैं।
पिछले वर्ष के मुकाबले सवाई आय-
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक के अनुसार –
-2024 में भेंट पेटी और शीघ्र दर्शन से महाकाल मंदिर को कुल 92 करोड़ रुपए की आय
-1 जनवरी से 15 दिसंबर-25 तक की स्थिति-
-भेंट पेटी और शीघ्र दर्शन से 11 माह 15 दिन में 107 करोड़ 93 लाख रुपए की आय
ऐसी रही दान की स्थिति-
सोना 1483.621 ग्राम।
चांदी 592.366 किग्रा।
दान पेटियों से 43 करोड़ 43 लाख रुपए।
-शीघ्र दर्शन व्यवस्था से 64 करोड़ 50 लाख।
-13 करोड़ से अधिक के आभूषण दान आए
-15 दिसंबर तक 5.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
-25 दिसंबर 25 से 5 जनवरी तक करीब 12 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान । 28 दिसंबर तक ही 8.48 लाख श्रद्धालुओं का आगम
