योगिता भयाना बोलीं- हमारी याचिका पर सुनवाई हो हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर रहीं महिला एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने कहा- वे उन्नाव रेप विक्टिम के लिए इंसाफ की मांग करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट आई हैं। यहीं से सेंगर की सजा निलंबित हुई। अब जहां से अन्याय हुआ, वहीं तो न्याय मांगने आएंगे।हमारी अपील है कि हमारी बेटी के साथ हुआ अन्याय रद्द किया जाए। हम जो पिटीशन फाइल करने वाले हैं, उस पर तुरंत सुनवाई हो। अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो हम प्रदर्शन करेंगे। ये हमारा हक है।वहीं, कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए कहा-ये बहुत बड़ा झटका है। फैसला देशभर की महिलाओं के भरोसे को कम करता है। जिस तरह से हाईकोर्ट ने सेंगर को एक टेक्निकैलिटी पर फ्री पास दे दिया है। यह देश में एक बहुत बुरा उदाहरण पेश कर रहा है।दिल्ली मेट्रो में यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन- इस बीच दिल्ली यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली मेट्रो में विरोध जताया। हाथ में पोस्टर लेकर कार्यकर्ताओं ने कहा- भाजपा का पूर्व एमएलए कुलदीप सेंगर दोषी है, उसे बेल मिल गई है। हम लोग आपसे अपील करते हैं कि अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ज्यादा से विरोध जताकर इस पीड़िता का समर्थन करें
सेंगर को जमानत के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन:उन्नाव रेप केस पीड़ित की मां बोली– पूर्व विधायक को जमानत से हमारा भरोसा टूटा
उन्नाव।उन्नाव रेप केस में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा सस्पेंड होने के फैसले के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को पीड़ित परिवार और सोशल एक्टिविस्ट महिलाओं ने दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि सेंगर को किसी भी हालत में राहत नहीं मिलनी चाहिए। न्याय के लिए वे सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगी।पीड़ित की मां ने कहा-सेंगर की बेल रिजेक्ट होनी चाहिए। हम लोग इंसाफ के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमारा हाईकोर्ट से भरोसा उठ गया है। अगर हमें इंसाफ नहीं मिला, तो हम दूसरे देश जाएंगे। मेरे पति की हत्या के दोषी को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए।इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन खत्म करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा- यहां प्रोटेस्ट करना मना है। गैर-कानूनी है। पांच मिनट बाद आपके खिलाफ लीगल एक्शन लिया जा सकता है। अगर आपको प्रोटेस्ट करना है, तो जंतर-मंतर जाइए।रेप पीड़िता की मां ने हाथ जोड़कर कुलदीप सेंगर की जमानत रद्द करने की अपील की।
