संगठन के निशाने पर है बड़बोले नेता…..हिदायत के बाद भी जारी है बीजेपीे नेताओं का बड़बोलापन

 

उज्जैन। पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले के वे बीजेपी नेता भी अब संगठन के निशाने पर है जिनके बड़बोलेपन के कारण संगठन की किरकिरी हो चुकी है। हालांकि बीते दिनों ही सत्ता और संगठन ने नेताओं को हिदायत दी है  लेकिन बावजूद इसके बीजेपी नेताओं का बड़बोलापन जारी है। बता दें कि सिंहस्थ में किसानों की जमीन के अधिग्रहण के मामले में बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय और अनिल जैन कालूहेड़ा आपस  में ही भिड़ गए थे….!

पार्टी की गाइड लाइन के अनुसार ही बयान दें

संगठन की हिदायत और पचमढ़ी प्रशिक्षण के बाद भी भाजपा के नेताओं का बड़बोलापन जारी है। भाजपा के सांसद हो या विधायक हों या फिर पूर्व विधायक या पदाधिकारी सभी को निर्देश है कि वे सोच-समझकर पार्टी की गाइड लाइन के अनुसार ही बयान दें। लेकिन सारे दिशा निर्देशों को दरकिनार कर भाजपा नेता ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे पार्टी की साख पर सवाल उठ रहे हैं। इसको देखते हुए भाजपा बड़बोले नेताओं की कुंडली बना रही है।

अगर उनका बड़बोलापन नहीं रुका तो……

सूत्रों का कहना है कि इन नेताओं को संगठन में जगह नहीं दी जाएगी। यही नहीं अगर उनका बड़बोलापन नहीं रुका तो उनको चुनावी टिकट भी नहीं मिलेगा। दरअसल, भाजपा के नेताओं के बड़बोलेपन पर लगाम नहीं लग पा रही है। ऐसे में पार्टी की गाइडलाइन से इतर बयान देने वाले नेताओं से अब प्रदेश संगठन किनारा करने की तैयारी में है। इनमें जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं, जिन्हें पहले समझाइश दी जाएगी और यदि नहीं माने तो पार्टी नेतृत्व उसे अनुशासनहीनता मानकर कड़े कदम उठाएगा। समझाने के बाद भी यदि नेता और कार्यकर्ता गाइडलाइन से विपरीत जाकर बयान देते हैं, तो उनके खिलाफ एक्शन होने चाहिए। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने तय किया है कि यदि कोई विधायक या दूसरे मौजूदा या पूर्व जनप्रतिनिधियों द्वारा ऐसी बयानवाजी की जाती है, जो पार्टी लाइन से हटकर है, तो उनसे संगठन दूरी बना लेगा। बताया जा रहा है कि अब ऐसे बड़बोले नेताओं को संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी और इनका टिकट भी खतरे में रहेगा।

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