शिप्रा में बही लेडी कॉन्स्टेबल 4 दिन से लापता: 130 जवान 40 फीट गहराई तक कर रहे तलाश
उज्जैन। शिप्रा नदी में बही लेडी कॉन्स्टेबल आरती पाल और उनकी कार का चौथे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है। हादसे के बाद से लगातार सर्चिंग ऑपरेशन जारी है, लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी।
130 जवान जुटे सर्च ऑपरेशन में
एनडीआरएफ, एसडीईआरएफ, होमगार्ड, पुलिस और मां शिप्रा तैराक दल के कुल 130 सदस्य दो शिफ्टों में तलाशी अभियान में लगे हैं। हर दिन सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक गहरे पानी में खोजबीन की जा रही है। बचाव दल ने सोनार डिटेक्शन उपकरण की भी मदद ली है, ताकि कार और आरती का पता चल सके।
हादसे की पूरी कहानी
शनिवार रात उन्हेल थाने में पदस्थ लेडी कॉन्स्टेबल आरती पाल अपने टीआई अशोक शर्मा और एसआई मदनलाल निनामा के साथ एक नाबालिग के अपहरण केस की जांच के लिए उज्जैन के चिंतामन थाना क्षेत्र जा रही थीं।
तेज रफ्तार कार अचानक शिप्रा नदी में जा गिरी।
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रविवार को टीआई अशोक शर्मा का शव बरामद हुआ और उसी दिन अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
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सोमवार शाम एसआई मदनलाल निनामा का शव भैरवगढ़ क्षेत्र से मिला।
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लेडी कॉन्स्टेबल आरती पाल और उनकी कार का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
नदी की गहराई और तेज धारा बनी चुनौती
शिप्रा नदी में इस समय तेज धारा और करीब 40 फीट तक गहराई है, जिसके कारण सर्च ऑपरेशन बेहद मुश्किल हो रहा है। गोताखोर लगातार पानी में उतरकर तलाश कर रहे हैं, लेकिन धुंधले पानी और कीचड़ की वजह से अभियान जटिल हो गया है।
परिजनों की चिंताएं
चार दिन बीत जाने के बाद भी आरती का सुराग न मिलने से परिजन और पुलिस विभाग दोनों ही गहरी चिंता में हैं। परिवारजनों ने सरकार और प्रशासन से सर्च ऑपरेशन को और तेज करने की मांग की है।
