उज्जैन। लुटेरी दुल्हन गिरोह में शामिल आरोपी की पांच सालों से तलाश जारी थी। उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया गया था। सोमवार को खबर मिलने पर उसे इंदौर स्थित मांगलिया से गिरफ्तार कर लिया गया।
इंगोरिया थाना प्रभारी दिपेश व्यास ने बताया कि 16 अगस्त 2020 को ग्राम नागावाड़ी में रहने वाले रमेश पिता महादेव गिरी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि शादी के दूसरे दिन ही पत्नी मायाबाई घर से भाग गई है। उसकी शादी जितेन्द्र गिरी, जगदीश, कमल, संजू ने 60 हजार रूपये लेकर कराई थी। पत्नी मायाबाई घर से सामान लेकर भी गई है। मामला लुटेरी दुल्हन से जुड़ा होने पर तत्कालीन थाना प्रभारी ने मामला दर्ज किया था। वहीं लुटेरी दुल्हन मायाबाई पति जगदीश खारोल को उसके पति जगदीश के साथ गिरोह में शामिल कमल और संजू को गिरफ्तार कर लिया गया था। जितेन्द्र पिता सरदारसिंह गिरी निवासी ग्राम धुलेट थाना महिदपुर लगातार फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने वर्ष 2021 में इनाम घोषित किया था। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर एक बार फिर से टीम गठित की गई और 9 संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। सोमवार को फरार आरोपी जितेन्द्र गिरी को इंदौर के मांगलिया स्थित लवकुश कालोनी सांई मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। फरार इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में एसआई नानकराम पटेल, एएसआई दिनेश निनामा, प्रधान आरक्षक नरेन्द्रसिंह परिहार, सरदारसिंह खरते, आरक्षक दीपक सोलंकी और टीम की भूमिका रही। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पांच साल बाद पकड़ाया लुटेरी दुल्हन का साथी
