पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बोली- एसआईआर खतरनाक, इसे रोकें

ईसी को लेटर लिखा- ये बिना प्लानिंग के हो रही, बीएसएफ का दावा- रोज 150 अवैध बांग्लादेशी लौट रहे

ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली/कोलकाता

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को लेटर लिखा। उन्होंने एसआईआर प्रक्रिया को जबरदस्ती थोपने वाली और खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया में बहुत गड़बड़ियां हैं। ममता ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त ट्रेनिंग, गाइडलाइन और तैयारी के एसआईआर को लागू किया जा रहा है, जिससे बीएलओ और लोगों दोनों पर दबाव बन रहा है।

उन्होंने दावा किया कि कई बीएलओ टीचर, फ्रंटलाइन वर्कर और दूसरे नियमित कर्मचारी हैं, जिन्हें एक साथ घर-घर सर्वे और आॅनलाइन फॉर्म भरने जैसे काम भी करने पड़ रहे हैं। उन्होंने इसे इंसानी क्षमता से ज्यादा का दबाव बताया।
इधर, पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ ने दावा किया है कि राज्य में रकफ प्रक्रिया के बाद से बॉर्डर पार करने की कोशिश करने वाले अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। रोज 150 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशी लौट रहे हैं।
ममता के लेटर की मुख्य बातें
ल्ल जरूरी डॉक्यूमेंट्स में अस्पष्टता, सर्वर की समस्याएं और आॅनलाइन फॉर्म में बार-बार डेटा मिसमैच जैसी परेशानियां बीएलाओ के काम को प्रभावित कर रही हैं।

ल्ल इस समय राज्य में धान कटाई और रबी की बुआई चल रही है, इसलिए लाखों किसान खेतों में व्यस्त हैं। ऐसे में एसआईआर में उनकी भागीदारी मुश्किल है और ग्रामीण कामकाज प्रभावित हो रहा है।
ल्ल मुख्यालय नोटिस तो जारी कर रहा है, लेकिन न तो बैठक कर रहा है और न ठीक से बात। ऊपर से बीएलओ को अनुशासनात्मक कार्रवाई की धमकी दी जा रही है, इसके चलते कर्मचारी डरे हुए हैं।
ल्ल जलपाईगुड़ी की एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की कथित रूप से आत्महत्या कर ली, इसे लोग एसआईआर के काम के दबाव से जोड़ रहे हैं। प्रक्रिया शुरू होने के बाद ऐसे और मामले भी सामने आए हैं।

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