नेशनल लोक अदालत में जज ने पौधा भेंट कर कराया समझौता, दोनों खुशी-खुशी गये

खातेगांव। खातेगांव न्यायालय परिसर में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पमाल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
नेशनल लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य न्यायालयों में लंबित और प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का आपसी सहमति और समझौते के माध्यम से त्वरित निराकरण करना था। इसमें आपराधिक, सिविल, विद्युत अधिनियम, श्रम, मोटर दुर्घटना दावा, चेक बाउंस (निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट) और कुटुम्ब न्यायालय से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रकरणों पर सुनवाई की गई।
इस लोक अदालत में एक महत्वपूर्ण मामला डेढ़ साल से अलग रह रहे पति किशोर और पत्नी संगीता का था। न्यायाधीश राधा उईके के प्रयासों से दोनों ने अपने आपसी विवाद को समाप्त कर साथ रहने का निर्णय लिया। इस दौरान दंपति ने एक-दूसरे को माला पहनाई और न्यायाधीश उईके ने उन्हें एक पौधा भेंट कर शुभकामनाएं दीं। एडवोकेट बृजेश धनकर और नवीन जगताप ने उन्हें न्यायालय परिसर से घर के लिए विदा किया।
नेशनल लोक अदालत के दौरान कुल 120 प्रकरणों का निराकरण किया गया। द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में 12 प्रकरणों का निपटारा कर 4 लाख 61 हजार रुपये की वसूली हुई, जिससे 24 लोगों को लाभ मिला। व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड के न्यायालय में 71 प्रकरणों का निराकरण कर 10 लाख 48 हजार 611 रुपये की वसूली की गई, जिससे 189 लाभार्थियों को राहत मिली।
वहीं, व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड के न्यायालय में 37 प्रकरणों का निराकरण करते हुए 5 लाख 11 हजार रुपये की वसूली की गई, जिससे 50 लोगों को लाभ प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त, नगर परिषद खातेगांव द्वारा जलकर और संपत्ति कर मद से 2 लाख 30 हजार 16 रुपये की वसूली की गई।
इस अवसर पर द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विवेक शिवहरे, प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सीता कन्नौजे, व्यवहार न्यायाधीश राधा उईके और व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड तनिष्का वैष्णव उपस्थित रहे। शासकीय अभिभाषक अमित दुबे, खातेगांव बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और बैंक अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment