नेपाल में बवाल: हिंसक प्रदर्शनों के बीच PM ओली ने दिया इस्तीफा, संसद भवन और राष्ट्रपति आवास में आगजनी
काठमांडू। नेपाल में मंगलवार को हालात बेकाबू हो गए। सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रहे युवाओं के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ हुई। इसी बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। ओली के साथ अब तक गृह, कृषि, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति मंत्री भी पद छोड़ चुके हैं।
संसद से लेकर राष्ट्रपति आवास तक आगजनी
प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसकर आग लगा दी। प्रधानमंत्री ओली के आवास और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के घर को भी निशाना बनाया गया। सुरक्षाकर्मियों को हालात काबू में करने में नाकामी के बाद कई जगहों से पीछे हटना पड़ा। सिंह दरबार, जहां मंत्रियों के दफ्तर हैं, वहां भी आगजनी की गई।
विपक्ष और जनता का दबाव
विपक्षी दलों ने सिंह दरबार में बैठक कर पीएम ओली से सामूहिक रूप से इस्तीफा मांगा था। नेताओं का आरोप था कि सरकार युवाओं की जायज मांगों को नजरअंदाज कर रही है और उनकी आवाज को दबाने के लिए हिंसक कार्रवाई कर रही है। इस आंदोलन में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है।
गठबंधन सरकार पर संकट
जुलाई 2024 से चल रही गठबंधन सरकार में अब दरार साफ नजर आने लगी है। ओली की पार्टी CPN (UML) और शेर बहादुर देउबा की नेपाली कांग्रेस मिलकर सरकार चला रहे थे, लेकिन इस्तीफों की झड़ी से गठबंधन के टूटने का खतरा बढ़ गया है।
हालात बिगड़ते जा रहे हैं
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सुप्रीम कोर्ट और अटॉर्नी जनरल ऑफिस में तोड़फोड़।
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काठमांडू का त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद।
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काठमांडू के हिल्टन होटल और कई नेताओं के घरों में आगजनी।
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भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट, सुरक्षा बढ़ाई गई।
ओली का कार्यकाल
केपी शर्मा ओली तीसरी बार जुलाई 2024 में प्रधानमंत्री बने थे। वे महज 1 साल 2 महीने ही पद पर रह सके। इस्तीफे के बाद नेपाल में सत्ता संकट और गहरा गया है।
