नीलगंगा पुलिस ने तीन दिनों में नीलाम किये 221 वाहन -16 वाहन की नहीं लगी बोली, 12.13 लाख का मिला राजस्व

उज्जैन। थाना परिसरों में सालों से जप्त पड़े वाहनों की नीलामी प्रक्रिया पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही है। अब तक हुई नीलामी में सबसे अधिक वाहन नीलगंगा थाना परिसर में खड़े थे। जिसकी 3 दिनों तक बोली लगती रही। इस दौरान शासन को 12 लाख 13 हजार 750 रूपयों का राजस्व प्राप्त हुआ है।
नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि उनके यहां 237 वाहनों की नीलामी प्रक्रिया 28 मई को शुरू की गई थी। पहले दिन 95 लोगों ने भाग लिया और 21 चार पहिया के साथ 17 दो पहिया वाहनों की बोली लगी। दूसरे दिन 29 मई को नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने वालों की संख्या सौ के पार पहुंच गई थी।  सुबह 9 बजे नीलामी स्थल थाना परिसर से गुरूवारिया हाट बाजार परिसर में किया गया और 133 वाहनों की बोली लग पाई। शुक्रवार तीसरे दिन भी नीलामी प्रक्रिया शुरू की और 50 दो पहिया वाहनों को नीलाम किया गया। तीनों दिन की प्रक्रिया के बाद शासन को 12 लाख 13 हजार 750 रूपये का राजस्व मिला है। थाना प्रभारी के अनुसार 237 में से 16 वाहन शेष बचे है। कुछ की बोली नहीं लग पाई थी वहीं कुछ पर आपत्ति आने पर नीलाम नहीं किया जा सका।
अब तक इन थाना परिसर हुई नीलामी
थानों में जप्त वाहनों की नीलामी प्रक्रिया सोमवार को खाराकुआ थाना परिसर से की गई थी। जहां 38 वाहनों की बोली लगी और 75 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ था। उसके बाद माधवनगर, नानाखेड़ा, नागझिरी अनुभाग के 36 वाहनों को नीलाम किया, जिसमें 1.92 लाख का राजस्व मिला। इसी दिन बड़नगर में 14 वाहनों की बोली लगी और 1.39 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ। महाकाल थाना परिसर में 22 वाहनों से 53 हजार का राजस्व मिला था। नरवर थाना परिसर में 3 वाहनों की नीलामी के बाद 57 सौ रूपये राजस्व मिला था। आगमी दिनों में ग्रामीण और शहरी थानों पर भी नीलामी प्रक्रिया होगी।

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