डेढ़ लाख का कर्ज होने पर लापता हुआ था लॉ स्टूटेंड -आॅनलाइन गेम का था शौकिन, बैंक ट्रांजेक्शन से मिला पता

उज्जैन। लापता लॉ स्टूटेंड को तलाश कर रही पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और बैंक डिटेल के आधार पर खोज निकाला। आॅनलाइन गेम में डेढ़ लाख का कर्ज होने पर स्टूटेंड बिना बताये घर छोड़कर चला गया था। पुलिस ने समझाईश के बाद परिजनों के सुपुर्द किया है।
चिमनगंज थाना प्रभारी गजेन्द्र पचौरिया ने बताया कि तिरूपतिधाम एक्टेंशन में रहने वाला हर्ष पिता जगदीश परिहार 4 अगस्त की सुबह घर से लापता हो गया था। पुत्र के घर पर नहीं होने का पता चलाने पर पिता ने पहले तलाश की, लेकिन नहीं मिला, पुत्र के कमरे से पत्र मिला, जिसमें लिखा था, मुझे ढूढ़ने की कोशिश मत करना। जहां भी रहूंगा अच्छा रहूंगा। पत्र पढ़ने के बाद पिता ने चिमनगंज थाने पहुंचकर पुत्र को तलाशने की गुहार लगाई। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की। उसका मोबाइल घर होना सामने आया। स्टूटेंड का कुछ पता नहीं चलने पर सायबर टीम के साथ मिलकर तकनीकी साक्ष्यों की मदद ली गई और जी मेल अकाउंट के साथ बैंक डिटेल का पता लगाया गया। इस दौरान पता चला कि वृदांवन और दिल्ली में ट्रांजेक्शन होने की जानकारी सामने आई, वहीं हर्ष परिहार के पास नया मोबाइल और नम्बर होना भी सामने आ गया। जिसके आधार पर उससे संपर्क किया गया और समझाईश देकर सुरक्षित उज्जैन लाकर परिजनों के सुपुर्द किया गया।
बुलेट गिरवी रखी, गेम में हारे रूपये
थाना प्रभारी ने बताया कि लॉ स्टूटेंड को आॅनलाइन गेम का शौक लगा गया था। जिसमें वह रूपये हार गया था। उसने करीब डेढ़ लाख कर कर्ज भी कर लिया था। जांच में पता चला था कि कर्ज के चलते उसने अपनी बुलेट भी गिरवी रख दी है। घर छोड़ने के बाद से वह मथुरा-दिल्ली के बीच घूम रहा था। थाना प्रभारी के अनुसार लॉ स्टूटेंड को तलाश करने में एएसआई दिनेश बरकड़े और अरक्षक देवेंद्र के साथ टीम का सहयोग रहा।
पुलिस ने जारी किया संदेश
आॅनलाइन गेम और कर्ज के चलते तनाव में आने वाले के लिये पुलिस ने संदेश जारी करते हुए बताया कि नकारात्मक प्रभाव से सतर्क रहे। आर्थिक लेनदेन में सावधानी बरतें। किसी भी प्रकार की मानसिक परेशानी या दबाव की स्थिति में पुलिस और परिवार का सहयोग लें।

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