नई दिल्ली/लंदन/न्यूयॉर्क। आॅनलाइन डेटिंग ने पार्टनर की तलाश को आसान बनाया, लेकिन डीपफेक तकनीक ने इसे खतरनाक जाल में बदल दिया है। एआई आधारित तकनीक विकसित होने के चलते रोमांस स्कैम के केस बेतहाशा रूप से बढ़ रहे हैं। ब्रिटिश सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में डीपफेक वीडियो का सहारा लेकर करीब 80 लाख स्कैम होंगे, जो 2023 के 5 लाख की तुलना में 16 गुना अधिक है। साइबर फर्म मैकएफी की रिपोर्ट बताती है कि दुनियाभर में इस साल होने वाले कुल आॅनलाइन स्कैम में से 20% से अधिक रोमांस से जुड़े होंगे। इनमें आधे से ज्यादा पीड़ित 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं। एआई के लगातार उन्नत होने के चलते डीपफेक इतने असल लगने लगे हैं कि इन्हें खास तकनीक की मदद से भी पकड़ना नामुमकिन हो रहा है।
डीपफेक वीडियो से ‘रोमांस-स्कैम’ दो साल में 16 गुना बढ़े
