उज्जैन। रोहिंग्याईयों को खोजने के लिए गोपनीय नजर पुरी तरह से जिले में सक्रिय है। खुफिया विभाग की तकरीबन सभी विंग इनकी खोज में लगी हुई है। धार्मिक शहर में आतंकी गतिविधियों को लेकर पूर्व में अलर्ट जारी रहे हैं। जिला पूर्व में सिमी का गढ रहा है जिससे की रोहिंग्याईयों की खुराफात की आशंका बनी हुई है।धार्मिकता का शहर और जिला उज्जैन राजस्थान सीमा से सटा हुआ है। समय-समय पर यहां सुरक्षा को लेकर खुफिया विभाग अपना अलर्ट जारी करता रहा है। सरकार सुरक्षा के दृष्टीकोण से कई दिशा निर्देश जारी कर चुकी है। धार्मिक शहर होने से यहां आने जाने वालों की संख्या ओर पास के प्रदेश से इसकी अनेक प्रकार से सीधे जुडाव की स्थिति के चलते ये अलर्ट पूर्व में भी जारी हो चुके हैं। भारत पाकिस्तान के बीच बढते तनाव को लेकर आतंकवादी गतिविधियों की आशंका के चलते खुफिया विभाग एक बार फिर से रोहिंग्याईयों की तलाश में लगा हुआ है।उज्जैन भी फोकस में-धार्मिक शहर उज्जैन यहां आने वाले यात्रियों की संख्या और विभिन्न मार्गों से आगमन की स्थिति को देखते हुए गोपनीय विभाग के फोकस में है। खास बात तो यह है कि उज्जैन जिला पूर्व में कई मामलों में ट्रांजिस्ट पाईंट के रूप में देखा जाता रहा है। ऐसे में धार्मिक शहर में विशेष निगाह जमी हुई है। इसके साथ ही पास के प्रदेश राजस्थान से उज्जैन संभाग मुख्यालय एवं उसके जिलों की सीधी आवाजाही है। ऐसे में रोहिंग्याईयों को लेकर विशेष निगाह बनी हुई है। आसपास के जिलों में भी इसे लेकर अलर्ट के हाल ही हैं। प्रदेश पुलिस और राज्य की खुफिया एजेंसियां रोहिंग्याईयों का सर्वे को लेकर काम कर रही है । अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इस संबंध में गृह मंत्रालय से आदेश भी जारी हुए हैं।कई जिलों पर सीधा फोकस-अपुष्ट सूत्रों के अनुसार खुपिुया दल की नजर सीधे तौर पर धार्मिक शहर उज्जैन ही नहीं इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों पर फोकस रखा जा रहा है। फोकस के जिलों में मंदसौर ,ग्वालियर, इंदौर, भोपाल, रतलाम, खरगोन, जबलपुर और श्योपुर में सूचनाओं के आधार पर सर्वे पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यहां प्रवासीय जनसंख्या अधिक निवास होने के कारण से यह विशेष स्थिति बताई जा रही है। इसलिए इन्हें अधिक संवेदनशील क्षेत्रों की सूची में शामिल किया गया है। इन जिलों से पूर्व में कई आईएसआई एजेंट पहले भी पकड़े जा चुके हैं।अवैध प्रवासियों की होगी वापसी-बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बांग्लादेश और म्यांमार के अवैध प्रवासियों को खोज कर रोहिंग्याईयों को वापस भेजने की कवायद तेज कर दी है। इसी के तहत अन्य राज्यों सहित मध्यप्रदेश को भी विभाग की ओर से पत्र भेजा गया है। सर्वे के संबंध में पुलिस के खुफिया विभाग ने पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक की।
