गैंगस्टर सलमान लाला की मौत पर विवाद: सोशल मीडिया पर वायरल रील्स से बढ़ा तनाव, साइबर टीम की सख्ती
तालाब में डूबने से हुई थी मौत, लेकिन सोशल मीडिया पर उठ रहे सवाल
इंदौर। कुख्यात गैंगस्टर सलमान लाला की मौत के बाद सोशल मीडिया पर विवाद बढ़ता जा रहा है। रविवार (31 अगस्त) को तालाब में डूबने से उसकी मौत हुई थी, लेकिन सोशल मीडिया पर समर्थकों द्वारा अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। कुछ पोस्ट्स और रील्स में लिखा गया है – “शेर को धोखे से ही मार सकते हैं”। वहीं, कुछ अकाउंट्स पर पूरे शहर को बंद करने की बात भी कही गई है।
35 सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी
क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने 35 ऐसे अकाउंट्स को चिह्नित किया है, जो सलमान लाला की मौत के बाद सक्रिय हुए। इन पर लगातार पोस्ट्स और रील्स डाली गईं, जिनमें सलमान की मौत को हत्या बताया गया और इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। पुलिस ने बताया कि इन अकाउंट्स में कुछ युवतियां भी शामिल हैं।
वायरल पोस्ट में लगाए गए आरोप
एक वायरल वीडियो में युवक ने कहा –
“सलमान बहुत बड़ा तैराक था। जो समुद्र में तैर सकता है, वो तालाब में डूबकर नहीं मर सकता। अगर वह गैंगस्टर था तो उसका गुनाह यह नहीं था कि वह गैंगस्टर था, गुनाह यह था कि वह मुसलमान था, इसलिए उसे मार दिया गया।”
ऐसी भड़काऊ सामग्री को पुलिस ने गंभीरता से लिया है और साइबर टीम लगातार निगरानी कर रही है।
सलमान लाला का आपराधिक रिकॉर्ड
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सलमान लाला पर 32 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
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उसके परिवार के खिलाफ हत्या, चाकूबाजी, लूटमार और अवैध शराब से जुड़े केस भी दर्ज हैं।
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घटना वाले दिन क्राइम ब्रांच की टीम पीछा कर रही थी। सलमान बचने के लिए तालाब में कूदा और डूब गया।
रीगल जैसा माहौल बनाने की कोशिश नाकाम
पुलिस को इनपुट मिला था कि कुछ लोग सलमान की मौत का इस्तेमाल माहौल बिगाड़ने के लिए करना चाहते हैं। 1990 में इंदौर के रीगल चौराहे पर हुए हिंसक शक्ति प्रदर्शन जैसा माहौल बनाने की कोशिश थी। लेकिन खुफिया टीम ने समय रहते इस प्लान को फेल कर दिया।
अंतिम यात्रा में उमड़ा हुजूम
सलमान का शव जब घर लाया गया तो हजारों लोग एकत्रित हुए। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया गया। भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की। सलमान के भाई गोलू को भी जेल से जनाजे में शामिल होने के लिए लाया गया। इस दौरान AB रोड पर जगह-जगह गाड़ियां गलत तरीके से खड़ी होने से यातायात प्रभावित हुआ।
पुलिस की सख्त निगरानी
पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि किसी भी तरह की अफवाह या सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साइबर टीम लगातार निगरानी कर रही है ताकि कोई भी व्यक्ति शहर की शांति व्यवस्था भंग न कर सके।
