उज्जैन। परिवार के साथ आई 3 साल की मासूम खेलते हुए महाकाल घाटी चौराहा तक आ गई। एएसआई की सक्रियता से 1 घंटे में मासूम के परिजनों का पता लगा लिया गया। जो गमी के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे।
महाकाल थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि महाकाल चौराहा पर 3 साल की मासूम को रोता देख वहां से गुजर रहे लक्ष्य परमार और उसकी बहन सुहानी परमार थाने लेकर पहुंचे थे। मासूम बालिका अपना नाम और पता नहीं बता पा रही थी। उसके परिजनों को तलाशने के लिये एएसआई चंद्रभानसिंह चौहान को अलर्ट किया गया। एएसआई ने मासूम का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया और कंट्रोलरूम के माध्यम से प्रसारण कराया। वह बालिका को अपनी बाइक पर लेकर उसी स्थान पर पहुंचे, जहां से वह मिली थी। गुम लोगों को परिवार से मिलवाने में लगातार अपनी भूमिका निभा रहे चंद्रभानसिंह ने अपनी सक्रियता का परिचय देते हुए सौ मीटर के दायरे में मासूम को अपनी बाइक पर बैठाकर घूमाया और एक घंटे में कुरैशी मोहल्ला पहुंच गये। जहां पता चला कि मासूम के परिजन गमी के कार्यक्रम में शामिल होने आये है। मासूम खेलते समय वहां से निकल गई थी, परिजनों को इसकी कोई खबर नहीं थी, उन्हे लगा कि बाहर दूसरे बच्चों के साथ खेल रही होगी। परिजनों के मिलने पर उन्हे थाने बुलाया गया और मासूम बालिका को उनके सुपुर्द किया गया। मासूम मुस्लिम परिवार की होकर जीवाजीगंज क्षेत्र की रहने वाली थी। मासूम के सुरक्षित मिलने पर परिजनों ने एएसआई का आभार माना। थाना महाकाल पुलिस का यह सराहनीय कार्य न केवल मानवीय संवेदना का उदाहरण है, बल्कि यह दशार्ता है कि पुलिस समाज की सुरक्षा, सहायता और सेवा के लिए सदैव तत्पर है।
एएसआई की सक्रियता से मिले मासूम के परिजन
