उज्जैन SBI बैंक चोरी कांड: 24 घंटे में खुला राज, आउटसोर्स कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड
उज्जैन। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की महानंदा नगर शाखा में सोमवार रात हुई 5 करोड़ की ज्वेलरी और 8 लाख नकद चोरी का मामला पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि चोरी का मास्टरमाइंड कोई बाहरी अपराधी नहीं, बल्कि बैंक का ही आउटसोर्स कर्मचारी जय भवसार उर्फ जीशान था।
कैसे हुआ खुलासा?
-
मंगलवार सुबह जब सफाई कर्मचारी बैंक पहुँचा तो उसने देखा कि लॉकर के ताले खुले हुए हैं।
-
सूचना पर पुलिस और बैंक अधिकारी मौके पर पहुँचे।
-
जांच में सामने आया कि करीब 4.7 किलो सोना और 8 लाख नकद गायब थे।
-
सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध बैग लेकर बैंक से बाहर निकलते दिखे।
मास्टरमाइंड कौन निकला?
-
जय भवसार नाम का युवक 6 महीने पहले बैंक में आउटसोर्स कर्मचारी के तौर पर भर्ती हुआ था।
-
उसने यूट्यूब वीडियो देखकर धर्म परिवर्तन किया और नाम बदलकर जीशान रख लिया।
-
16 अगस्त को बैंक में आग लगने की घटना के बाद जब सामान शिफ्ट किया जा रहा था, तभी उसने चोरी की योजना बनाई।
चोरी की प्लानिंग और घटना
-
जय ने अपने चार साथियों – अब्दुल्ला, साहिल, अरबाज और कोहिनूर – को साथ मिलाया।
-
सोमवार देर रात सभी ढाबा रोड पर इकट्ठा हुए और रात 2:30 बजे बैंक पहुँचे।
-
जय और अब्दुल्ला बैंक के अंदर गए। उनके पास चाबियाँ थीं, इसलिए बिना किसी तोड़-फोड़ के गेट और लॉकर खोल दिए।
-
4.7 किलो सोना और 8 लाख रुपये लेकर वे पीछे के रास्ते से भाग निकले और बाउंड्री वॉल कूदकर फरार हो गए।
-
एक होटल में चोरी का माल पाँच हिस्सों में बाँटा गया।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
-
चोरी की गंभीरता देखते हुए एडीजी उमेश जोगा और एसपी प्रदीप शर्मा ने खुद मोर्चा संभाला।
-
चार थानों की पुलिस और साइबर सेल ने मिलकर जाँच शुरू की।
-
बैंक के बाहर के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हो गए।
-
जब पुलिस ने जय का बैकग्राउंड खंगाला और पूछताछ की तो उसने पूरा राज खोल दिया।
-
उसके बयान के आधार पर बाकी चारों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
-
पुलिस ने पूरा माल बरामद कर लिया है।
ब्रेनवॉशिंग का एंगल
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जय ने यूट्यूब वीडियो देखकर धर्म परिवर्तन किया और अपना नाम जीशान रख लिया। पुलिस अब यह भी जाँच कर रही है कि कहीं इस मामले में ब्रेनवॉशिंग या उकसावे का एंगल तो नहीं है।
नेपाल भागने की थी योजना
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि चोरी के बाद आरोपी नेपाल भागकर सोने का व्यापार शुरू करना चाहते थे।
बैंक अधिकारियों पर कार्रवाई
इस वारदात के बाद बैंक की सुरक्षा व्यवस्था और आंतरिक निगरानी पर सवाल खड़े हुए।
-
बैंक के सेवा प्रबंधक और कैश अधिकारी को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है।
👉 उज्जैन का यह मामला साफ करता है कि अंदरूनी लोगों की संलिप्तता किसी भी बड़े अपराध को अंजाम देने में कितनी खतरनाक हो सकती है। पुलिस ने समय रहते मामले को सुलझाकर एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया।
