उज्जैन सिंहस्थ 2028 के लिए मल्टी लेवल मेट्रो हब सिटी: उज्जैन को विश्वस्तरीय स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी
उज्जैन।
आगामी सिंहस्थ 2028 के भव्य आयोजन को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने उज्जैन को न केवल धार्मिक केंद्र बल्कि एक आधुनिक मल्टी लेवल मेट्रो हब सिटी के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में यह परियोजना उज्जैन के दीर्घकालीन विकास को एक नई दिशा देगी।
क्या है मल्टी लेवल मेट्रो हब सिटी?
मल्टी लेवल मेट्रो हब सिटी का अर्थ है — ऐसा शहर जिसमें एक ही स्थान पर कई परिवहन और नागरिक सुविधाएं एकीकृत होंगी। इसमें मेट्रो स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, बस टर्मिनल, शॉपिंग मॉल, मल्टी-लेवल पार्किंग, रेस्टोरेंट, होटल एवं मनोरंजन केंद्र एक साथ विकसित किए जाएंगे। इससे यात्रियों को किसी भी परिवहन साधन तक आसानी से पहुंचने की सुविधा मिलेगी।
सिंहस्थ को सुगम बनाने के लिए विशेष तैयारी
सिंहस्थ 2028 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके तहत चार नए रेलवे स्टेशनों का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है जिससे भीड़ का सुचारू रूप से प्रबंधन किया जा सके।
स्पिरिचुअल सिटी के तहत बनेगी विशेष अधोसंरचना
सरकार ने सिंहस्थ क्षेत्र को स्पिरिचुअल सिटी के रूप में विकसित करने की भी योजना बनाई है। इसमें एलिवेटेड रोड, अंडरग्राउंड केबल लाइन, एडवांस स्ट्रीट लाइटिंग, हेल्थ इमरजेंसी सिस्टम, फायर फाइटिंग नेटवर्क, इलेक्ट्रॉनिक पोल आदि लगेंगे।
सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक जैसे — CCTV निगरानी, कंट्रोल रूम, इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम व यातायात कंट्रोल सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
मल्टी लेवल मेट्रो हब के विशेष लाभ
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ट्रैफिक कम होगा: अलग-अलग परिवहन साधनों का सुगठित नेटवर्क बनने से सड़क यातायात पर दबाव घटेगा।
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यात्रा का समय बचेगा: यात्रियों को आसानी से एक परिवहन साधन से दूसरे साधन तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी।
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पर्यटन व रोजगार को बढ़ावा: धार्मिक पर्यटन के साथ व्यापार, होटल, परिवहन व सेवा क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
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आर्थिक विकास को गति: उज्जैन का आर्थिक व भौगोलिक विकास तेज़ी से बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री का स्पष्ट विजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ सिर्फ एक पर्व नहीं बल्कि उज्जैन के विकास का बड़ा अवसर है। इस ऐतिहासिक योजना के माध्यम से उज्जैन को वैश्विक स्तर पर धार्मिक और स्मार्ट सिटी के मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
