उज्जैन में मॉक ड्रिल, दंगे जैसा माहौल: पुलिस ने किया लाठीचार्ज और गोलीबारी का अभ्यास
उज्जैन | 19 सितंबर 2025
उज्जैन के टावर चौक पर शुक्रवार को पुलिस प्रशासन ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस दौरान दंगे जैसी स्थिति को दर्शाते हुए पुलिस और ‘दंगाई’ बने पुलिसकर्मियों के बीच पत्थरबाजी, लाठीचार्ज और गोलीबारी का अभ्यास किया गया। ड्रिल में एक व्यक्ति की मौत और एक घायल दिखाया गया, जिन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
अचानक भारी पुलिस बल देखकर चौंके लोग
सुबह अचानक बड़ी संख्या में पुलिस बल, वाहन और एंबुलेंस देखकर स्थानीय लोग हैरान रह गए। बाद में जानकारी मिली कि यह मॉक ड्रिल है। इसका उद्देश्य दंगा नियंत्रण और आपातकालीन हालात से निपटने की तैयारी को परखना था।
चरणबद्ध तरीके से बल प्रयोग का अभ्यास
ड्रिल में दो टीमें बनाई गईं – एक पक्ष दंगाई और दूसरा पुलिस बल। दंगाई बने पुलिसकर्मियों ने पत्थरबाजी शुरू की। इसके जवाब में पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया, फिर गैस फायर किए। स्थिति गंभीर होते ही रायफल पार्टी को बुलाया गया और मजिस्ट्रेट की अनुमति से गोली चलाई गई।
आपातकालीन सेवाओं की भी रही मौजूदगी
ड्रिल के दौरान एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाएं भी मौके पर मौजूद रहीं ताकि वास्तविक परिस्थितियों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। घायल दिखाए गए लोगों को स्ट्रेचर से अस्पताल पहुंचाया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
इस दौरान सीएसपी दीपिका शिंदे, राहुल देशमुख, आरआई रणजीत सिंह, एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर सहित सभी थाना प्रभारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। अधिकारियों ने जवानों को समझाया कि आपात स्थिति में किस अफसर को क्या भूमिका निभानी होगी और बल प्रयोग किस क्रम में किया जाना चाहिए।
क्यों किया गया यह अभ्यास?
एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने बताया कि कई बार असामाजिक तत्व अपनी मांगों को लेकर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करते हैं। ऐसे हालात में पुलिस को तय प्रक्रिया के तहत भीड़ को तितर-बितर करना पड़ता है। इसी उद्देश्य से यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी।
