इंदौर: नवजातों की मौत के बाद शुरू हुआ ऑपरेशन रैट किल, NICU-PICU पर विशेष फोकस

इंदौर: नवजातों की मौत के बाद शुरू हुआ ऑपरेशन रैट किल, NICU-PICU पर विशेष फोकस

इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से दो नवजातों की मौत के बाद अब प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। अस्पताल परिसर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन रैट किल चलाया जा रहा है। हर यूनिट के इंचार्ज डॉक्टर को चूहों को रोकने और उनकी संख्या की रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।

ऑपरेशन का तरीका

  • हर फ्लोर और वार्ड में पॉयजन, रोडेंट ग्लू ट्रैप और बड़े पिंजरे लगाए गए।

  • चूहों को फंसाने के लिए बिस्किट, केक और अनाज के दाने रखे गए।

  • पकड़े गए और मारे गए चूहों की दैनिक रिपोर्ट अनिवार्य की गई।

  • NICU और PICU पर खास फोकस, जहां गंभीर नवजात शिशु भर्ती रहते हैं।

क्यों खतरनाक हैं चूहे?

इन यूनिट्स में रखे गए बच्चे बेहद कमजोर होते हैं और वेंटिलेटर पर रहते हैं। चूहों के हमले से वे आसानी से शिकार बन जाते हैं। हाल ही में एक नवजात की चारों उंगलियां तक चूहे कुतर गए थे

सुरक्षा इंतजाम

  • अस्पताल में गार्ड्स की तैनाती बढ़ाई गई।

  • अटेंडर्स के बैग और सामान की कड़ी चेकिंग हो रही है।

  • सीढ़ियों, लिफ्ट और कॉरिडोर में सीसीटीवी से 24 घंटे मॉनिटरिंग

  • सार्वजनिक पार्किंग और गार्डन में खाद्य अपशिष्ट पर सख्त नजर

जिम्मेदारों पर कार्रवाई

  • 4 डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस

  • 4 नर्सिंग अधिकारी सस्पेंड, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को हटाया गया।

  • ठेका देने वाली एजाइल कंपनी पर सिर्फ 1 लाख जुर्माना, ब्लैकलिस्ट नहीं किया गया।

  • HITES (HL Infra Tech Services) का MOU भी अब तक निरस्त नहीं हुआ।

विवाद और सवाल

  • कंपनी का दावा है कि जनवरी से अब तक 150 चूहे मारे गए और हर महीने ₹2 लाख कीटनाशक पर खर्च हुआ।

  • बावजूद इसके, नवजातों की सुरक्षा में घोर लापरवाही सामने आई।

  • ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर अब तक कड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।

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