‘इंदौर का वेस्ट मैनेजमेंट मॉडल देश में सर्वोत्तम’ – राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी
📍 इंदौर | 16 जुलाई 2025
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इंदौर के अत्याधुनिक वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के बाद इंदौर मॉडल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इंदौर का कचरा प्रबंधन मॉडल न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्त्रोत है और राजस्थान में भी इस तरह के अत्याधुनिक प्लांट स्थापित करने पर सरकार से चर्चा की जाएगी।
🏭 इंदौर का वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना राष्ट्रीय मॉडल
वासुदेव देवनानी ने कहा कि इंदौर नगर निगम द्वारा विकसित वेस्ट मैनेजमेंट प्रणाली कचरे के वैज्ञानिक और व्यवस्थित निपटान का आदर्श उदाहरण है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के दृष्टिकोण के अनुरूप बताया और कहा कि यह मॉडल “स्वच्छ राजस्थान” के निर्माण में मददगार साबित हो सकता है।
🗣️ “हमारी प्राथमिकता है कि नगरीय स्वच्छता में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित की जाए। इंदौर की तरह के पर्यावरण अनुकूल और सतत समाधान राजस्थान के लिए भी बेहद आवश्यक हैं।”
— वासुदेव देवनानी, अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा
🔬 आधुनिक तकनीक से कचरा निपटान संभव
देवनानी ने कहा कि भारत सहित दुनियाभर में कचरा निस्तारण एक गंभीर चुनौती है। विशेष रूप से प्लास्टिक कचरा वायु, जल और मिट्टी को प्रदूषित करता है। ऐसे में आधुनिक तकनीकों, रिसाइकलिंग और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसे उपायों को अपनाना जरूरी है।
👥 जनभागीदारी और निगरानी आवश्यक
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि तकनीक के साथ-साथ आमजन की भागीदारी और प्रशासनिक प्रतिबद्धता भी जरूरी है। जब तक समाज, प्रशासन और तकनीक एक साथ काम नहीं करेंगे, तब तक स्थायी समाधान संभव नहीं है।
🗣️ “लोगों की इच्छा शक्ति, जन-जागरूकता और सख्त निगरानी से ही हम कचरा प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठा सकते हैं।”
📸 निरीक्षण के दौरान हुआ स्वागत
देवनानी के इंदौर आगमन पर नगर निगम और जिला प्रशासन ने उनका स्वागत किया। उन्होंने प्लांट की पूरी कार्यप्रणाली, सेग्रिगेशन प्रोसेस, रिसाइकलिंग यूनिट और कचरा निपटान तकनीकों की गहन जानकारी ली।
🔎 निष्कर्ष:
इंदौर की वेस्ट मैनेजमेंट प्रणाली अब केवल शहर की सफाई का कारण नहीं रही, बल्कि यह देशभर के शहरों के लिए “क्लीन सिटी मॉडल” बन गई है। राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों के प्रतिनिधि इंदौर से सीख लेकर अपने क्षेत्रों में ऐसे मॉडल लागू करने के लिए उत्सुक हैं।
