इंदौर-उज्जैन में बारिश का कहर: सड़कों पर पानी, खदान में डूबे दो बच्चों की मौत, आगर मालवा में डेढ़ घंटे चला रेस्क्यू

इंदौर-उज्जैन में बारिश का कहर: सड़कों पर पानी, खदान में डूबे दो बच्चों की मौत, आगर मालवा में डेढ़ घंटे चला रेस्क्यू

गुरुवार को इंदौर और आसपास के इलाकों में मौसम ने करवट बदली। सुबह से दोपहर तक कभी रिमझिम बरसात तो कभी धूप रही, लेकिन शाम 6 बजे के बाद घने बादलों ने ऐसा बरसा कि शहर की सड़कें नदी में बदल गईं।

इंदौर में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित
शाम 6 से 7 बजे के बीच सुपर कॉरिडोर, एमआर-11 और पूर्वी रिंग रोड पर इतनी तेज बारिश हुई कि गाड़ियां तक बंद हो गईं। सुपर कॉरिडोर पर मेट्रो के स्टेशन नंबर 6 के नीचे पानी भर गया, जिससे कारों के इंजन तक में पानी घुस गया। पूर्वी इंदौर में करीब 1.5 इंच बारिश दर्ज की गई।

उज्जैन में शिप्रा का जलस्तर बढ़ा
उज्जैन में अब तक 570 मिमी बारिश हो चुकी है, जो पिछले तीन साल में सबसे कम है। हालांकि इंदौर-देवास की बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। घाटों के मंदिरों में घुटनों तक पानी भर गया है और छोटे पुल पर आवाजाही रोक दी गई है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार पिछले 24 घंटे में 4.6 मिमी बारिश हुई।

आगर मालवा में नदी में फंसे दो ग्रामीणों को बचाया गया
बड़ौद क्षेत्र में चाचुरनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से दो ग्रामीण नदी के बीच टापू पर फंस गए। प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने करीब डेढ़ घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला।

खदान में डूबे दो किशोर
इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र में बारिश के बीच नहाने गए दो बच्चे खदान के गहरे पानी में डूब गए। मृतकों की पहचान शिवराज (14) और प्रिंस (14) के रूप में हुई है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर शवों की तलाश कर रही है।

📍 निष्कर्ष:
इंदौर-उज्जैन और आसपास के इलाकों में गुरुवार की बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। जहां एक ओर सड़कें जलमग्न हुईं, वहीं खतरनाक घटनाएं भी सामने आईं—दो ग्रामीणों का रेस्क्यू और दो मासूमों की मौत ने प्रशासन और आमजन को सतर्क कर दिया है।

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment