आईएसआईएस आतंकी ने पहले फायरिंग की, फिर खुद को बम से उड़ा लिया
ब्रह्मास्त्र दमिश्क
सीरिया की राजधानी दमिश्क में रविवार रात एक भयानक आत्मघाती हमले में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 63 घायल हो गए। हमला ग्रीक आॅर्थोडॉक्स सेंट एलियास चर्च में उस समय हुआ जब दर्जनों लोग प्रार्थना में शामिल थे। यह घटना तब हुई जब चर्च के अंदर एक इस्लामिक स्टेट से जुड़ा आतंकी घुसा, पहले फायरिंग की और फिर खुद को उड़ा लिया।
हमला भारतीय समयानुसार रविवार रात को हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावर के साथ एक अन्य बंदूकधारी भी था, उसने भी भीड़ पर गोलीबारी की लेकिन विस्फोट नहीं किया। चर्च में उस वक्त लगभग 150 से 350 लोग मौजूद थे। विस्फोट से अंदर की बेंचें बिखर गईं। सीरियाई सुरक्षाबल हमले की जांच में जुटे हैं और चर्च क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है। सरकार ने यह भी कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। नई सरकार हयात तहरीर अल-शाम के पूर्व इस्लामिक विद्रोही नेताओं द्वारा संचालित है, जो पहले आईएस के खिलाफ भी लड़ चुके हैं।
इस्लामिक नेतृत्व
वाली सरकार सत्ता में
हमला ऐसे समय में हुआ जब पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाए जाने के बाद एक इस्लामिक नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई है। नई सरकार की नीतियों के चलते कर फिर से सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, असद समर्थक सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियारों का फायदा उठाकर कर ने खुद को फिर से संगठित किया है। सीरिया के सूचना मंत्री हमजा अल-मुस्तफा ने इस हमले को राष्ट्रीय एकता पर हमला बताया और सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गियर पेडर्सन ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और जांच की मांग की।
