उज्जैन। रविवार रात को अचानक से आंखो में जलन,सांस लेने में तकलीफ,उल्टी के उबके आने जैसी शिकायत होने पर कस्तूरबा कन्या छात्रावास की 15 छात्राओं को महिदपुर अस्पताल में भर्तीकिया गया था। सोमवार पूर्वान्ह में इनमें से 5 छात्राओं को उज्जैन रैफर किया गया है। एसडीएम अजय हिंगे के अनुसार छात्राओं को ऐसा क्यों हुआ इसके कारण अभी सामने नहीं आया है। प्रारंभिक रूप से छात्राओं को उपचार दिलाना प्राथमिकता थी,अब इसके कारणों की जांच की जा रही है।
उज्जैन जिले के महिदपुर अनुभाग मुख्यालय के दशहरा मैदान क्षेत्र में स्थित कस्तूरबा गांधी छात्रावास की 15 छात्राओं को रविवार रात को आंखों में जलन, गले में जलन,सांस लेने में दिक्कत एवं उल्टी के उबके आने की शिकायत सामने आने के बाद छात्रावास स्टाफ ने महिदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया था। छात्राएं खाना खाने के बाद छात्रावास के प्रथम तल पर अपने कमरों में थी उसी दौरान ऐसा होना सामने आया था। ये सभी छात्राएं कक्षा 9 वीं से 12 वीं की हैं। रात को छात्राओं ने छात्रावास में बना भोजन किया था। इसके बाद सभी अपने-अपने कक्ष में चली गई थी। रात 9 बजे के दरमियान छात्रावास के प्रथम तल पर रहने वाली छात्राओं ने आंखों ,गले में जलन,सांस लेने में दिक्कत एवं उल्टी के उबके आने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसकी सूचना मिलने पर एसडीएम श्री हिंगे छात्रावास पहुंचे थे। शिकायत करने वाली सभी छात्राओं को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया था। इस दौरान अनुभाग प्रशासन ने इनके इलाज के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों को भी बुला लिया था। अस्पताल में जिन छात्राओं को सांस लेने में ज्यादा परेशानी हो रही थी उन्हें आक्सीजन भी दिया गया था। अस्पताल में डॉ. दिनेश सक्सेना, डॉ. महेश सिंघल और डॉ. मैत्री मिश्रा की टीम ने इन्हें उपचार दिया था । एसडीएम अजय हिंगे, एसडीओपी जेंडेन लिंगजरपा ने छात्रावास का निरीक्षण भी किया। विधायक दिनेश जैन बोस ने अस्पताल में पहुंचकर छात्राओं के उपचार की व्यवस्था को जाना था। सोमवार सुबह तक सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य हो गई थी लेकिन पूर्वान्ह में एक बार फिर से 5 छात्राओं ने सांस लेने में समस्या बताई थी जिस पर उन्हें महिदपुर अस्पताल से उज्जैन रैफर कर दिया गया। उज्जैन जिला अस्पताल में 5 छात्राओं को गहन चिकित्सा ईकाई में उपचार दिया जा रहा है। एसडीएम अजय हिंगे के अनुसार छात्राओं की हालत स्थिर थी लेकिन चिकित्सकों के परामर्श अनुसार उन्हें उज्जैन रैफर किया गया। छात्रावास में कुल 107 छात्राएं हैं और छात्रावास भूतल एवं प्रथम तल का है। समस्याग्रस्त सभी छात्राएं प्रथम तल पर अपने कमरों में थी उसी दौरान उन्हें यह परेशानी हुई। खास पहलु यह है कि एक कमरे में रहने वाली 4-5 छात्राओं में से2-3 को ही इस तरह की परेशानी हुई है। छात्रावास एवं आसपास के भवनों के सीसी टीवी कैमरा खंगाले जा रहे हैं। छात्राओं को यह परेशानी क्यों हुई इसे लेकर जांच की जा रही है।
