उज्जैन। उन्हेल का रहने वाला दिपेश पिता गोपाल प्रजापत 30 साल र्इंट भट्टा संचालित करता था। मंगलवार को घर से झगड़ा कर निकला और बेडावन मार्ग पर र्इंट भट्टे के समीप जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजनों को कॉल कर जहर खाने की जानकारी दी। परिजन उसे उपचार के लिये समीप के अस्पताल लेकर पहुंचे, दिपेश की हालत काफी गंभीर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उज्जैन रैफर कर दिया। परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रात में उसकी मौत हो गई। बुधवार सुबह माधवनगर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया। परिजनों का कहना था कि शराब पीने आदी था। इसी बात पर घर में झगड़ा होता था। एक अन्य मामले में महिदपुर के ग्राम आक्यालिम्बा के उपसरपंच दिलीप पिता मेहरबानसिंह 40 साल ने भी जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बताया कि दिलीप ने घर से आधा किलोमीटर दूर खेत पर जाकर जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसने कॉल कर बताया कि जहर खा लिया है अब मरूंगा। गांव के सरपंच के साथ खेत पहुंचे और उसे अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उज्जैन रैफर किया। चरक अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पुलिस चौकी द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है। दोनों मामलों में आत्मघाती कदम उठाने का कारण सामने नहीं आया है। उज्जैन पुलिस द्वारा मर्ग डायरी संबंधित थाना पुलिस को जांच के लिये सौंपेगी।
भट्टा संचालक और उपसरपंच ने खाया जहरीला पदार्थ
