उज्जैन। संगीत अपराधों में पुलिस गिरफ्तार से दूर चल रहे बदमाशों ने कोर्ट में सरेंडर करना शुरू कर दिया है। गुरुवार शाम को वाहनों में तोड़फोड़ और सोशल मीडिया पर हथियारों की पोस्ट डालने वाले बरगुंडा गैंग के दो बदमाशों ने कोर्ट में सरेंडर किया। 3 दिन में चार बदमाश अब तक सरेंडर कर चुके हैं।
चिमनगंज थाना क्षेत्र के मंगलनगर में 24-25 मई की रात बरमुंडा गैंग के अर्जुन पिता महेश बरगुंडा निवासी संपत नगर और नीरज पिता दिलीप बरगुंडा निवासी भेरूगढ़ ने उत्पात मचाते हुए रचना बरगुंडा के साथ मारपीट की थी और दो बाइक के साथ एक चार पहिया वाहन में तोड़फोड़ कर फरार हो गए थे। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। लेकिन बदमाश सोशल मीडिया पर देशी पिस्तौल और धारदार चाकू के साथ अपनी दहशतगर्दी भरी फोटो डाल रहे थे। पुलिस दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी लेकिन बदमाश गिरफ्त में नहीं आ पा रहे थे। 11 दिन बाद गुरुवार शाम दोनों बदमाशों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बदमाशों के कोर्ट में पेश होने की खबर मिलते ही पुलिस पहुंची और पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया। बदमाशों से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए हथियार में शामिल धारदार चाकू और पिस्तौल बरामद की गई है। एसआई जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि अर्जुन बरगुंडा के खिलाफ 30 अपराध दर्ज है। नीरज के खिलाफ भी चार मामले दर्ज होना सामने आए हैं। दोनों की रिमांड अवधि खत्म होने पर शुक्रवार दोपहर कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है।
नाकामी या हाथ-पैर टूटने का डर
पिछले तीन दिनों में चार बदमाश कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं। 3 जून को अपहरण मामले में फरार गुर्जर गैंग के बदमाश अनमोल गुर्जर ने कोर्ट में सरेंडर किया था, उसके बाद गुरुवार को चिंतामण थाना क्षेत्र के ग्राम गंगेड़ी में मैजिक चालक को 16 चाकू मारने वाले हिस्ट्रीशीटर बदमाश नागूसिंह ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था वही चिमनगंज थाना क्षेत्र के बरगुंडा गैंग के दो बदमाश भी कोर्ट में पेश होने पहुंच गए थे। सूत्रों की माने तो चिमनगंज क्षेत्र के दो और बदमाश जो गुर्जर गैंग से जुड़े हैं कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। बदमाशों के कोर्ट में सरेंडर करने पर यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि पुलिस की नाकामी है या फिर बदमाशों को अपने हाथ पैर टूटने का डर सता रहा है। फिलहाल कोर्ट में सरेंडर करने वाले बदमाशों को लेकर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है।
