ढोल, ग्यारस पर आज कालभैरव की नगर यात्रा
उज्जैन में चांदी की पालकी में निकलेंगे महाकाल के सेनापति, जेल के कैदी भी करेंगे दर्शन
उज्जैन। धार्मिक परंपराओं और आस्था से सराबोर उज्जैन नगरी में बुधवार को डोल ग्यारस के अवसर पर भगवान कालभैरव की भव्य नगर यात्रा निकलेगी। शाम 4 बजे भैरवगढ़ स्थित कालभैरव मंदिर से यह सवारी शुरू होगी। भगवान महाकाल के सेनापति कालभैरव चांदी की पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण करेंगे।
परंपरागत पूजन और पगड़ी धारण
यात्रा की शुरुआत से पहले मंदिर प्रांगण में भगवान कालभैरव की विशेष पूजन-अभिषेक और आरती होगी। परंपरा के अनुसार उन्हें सिंधिया स्टेट की पगड़ी धारण कराई जाएगी। इसके बाद पालकी को मंदिर प्रांगण से निकाला जाएगा।
पुलिस बल की सलामी और भक्तों की भीड़
पालकी प्रस्थान के समय सशस्त्र पुलिस जवान भगवान कालभैरव को सलामी देंगे। यात्रा में पुलिस बल, बैंड, ढोल, ध्वज, घोड़े-बग्घी और हजारों भक्त शामिल रहेंगे।
कैदियों को मिलेगा दर्शन का अवसर
नगर यात्रा का विशेष पड़ाव केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के सामने होगा। यहाँ जेल प्रशासन भगवान कालभैरव की पालकी का पूजन-अभिषेक करेगा। इस अवसर पर पुलिस बल गार्ड ऑफ ऑनर देगा और जेल के अंदर से कैदियों को भी भगवान कालभैरव के दर्शन कराने की विशेष व्यवस्था की गई है।
नगर भ्रमण का मार्ग
सवारी जेल चौराहा, प्रमुख बाजार, नाका चौराहा, माणक चौक, सिद्धवट मंदिर और बृजपुरा से होते हुए शिप्रा तट स्थित सिद्धनाथ मंदिर तक पहुंचेगी। यहाँ पूजन के बाद यात्रा पुनः कालभैरव मंदिर लौटेगी और विधिवत समापन होगा।
👉 यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धालुओं बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए आस्था और भक्ति का अद्वितीय संगम बनता है।
