उज्जैन। वैदेही गार्डन के बाहर खड़ी फिजियो थैरेपिस्ट की एक्टिवा का लॉक तोड़कर पर्स चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रेस कर लिया। आरोपी से पर्स के साथ उसमें रखी सोने की चेन, दस्तावेज और 4 हजार रूपये बरामद किये गये है। गुरूवार दोपहर उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेजा गया है।
विष्णु कालोनी में रहने वाली अंजली पिता राजेन्द्र कुमावत फिजियो थैरेपिस्ट है। 24 मई को रात 8.30 बजे वैदेही गार्डन कार्यक्रम में शामिल होने गई थी। एक्टिवा बाहर पार्क करने के बाद गार्डन में चली गई। कुछ देर बाद लौटी तो डिक्की का लॉक खुला दिखाई दिया। जिसमें रखा पर्स गायब था। पर्स में सोने की चेन, जरूरी दस्तावेज, टेंस मशीन के साथ 10 हजार रूपये नगद रखे थे। पर्स चोरी की शिकायत चिमनगंज थाना पुलिस को दर्ज कराई गई। थाना प्रभारी गजेन्द्र पचौरिया ने पर्स चोरी करने वाले का पता लगाने के लिये एसआई यादवेन्द्र परिहार, प्रधान आरक्षक शैलेष योगी और आरक्षक श्यामवरण गुर्जर की टीम बनाई। टीम ने गार्डन के बाहर लगे कैमरों के फुटेज देखे। जिसमें एक व्यक्ति एक्टिवा के पास पैदल आता दिखाई दिया। उसने कुछ पल में ही डिक्की खोली और पर्स लेकर चला गया। उसकी स्कूटी कुछ दूरी पर खडी थी। पुलिस टीम को स्कूटी पर नम्बर दिखाई नहीं दिया, बावजूद उसके जाने वाले रास्ते को ट्रेस किया गया और 4 दिन की मशक्कत के बाद टीम इंदिरानगर में रहने वाले पंकज पिता हरिशंकर शर्मा के पास तक पहुंच गई। उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ शुरू की गई। उसने डिक्की से पर्स चोरी करना कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर सोने की चेन, 4 हजार रूपये नगद, टेंस मशीन, दस्तावेज और वारदात में प्रयुक्त स्कूटी जप्त कर ली गई। एसआई यादवेन्द्र परिहार ने बताया कि आरोपी प्रायवेट जॉब करता था। पूर्व में नागदा का निवासी रह चुका है। सालों से परिवार इंदिरानगर में निवास कर रहा है। काम छोड़ने के बाद उसने चोरी करना शुरू कर दिया। लेकिन पहली बार गिरफ्त में आया। गुरूवार दोपहर उसे कोर्ट में पेश किया गया था।
जीवन साथी डॉट कॉम और संगम डॉट कॉम के माध्यम से तलाकशुदा और विधवा महिलाओं का शादी का झांसा देकर ठगी की वारदात करने वाले लुटेरे दुल्हे सचिन पिता सुरेश जगताप निवासी पिपलियाहाना इंदौर को बड़नगर थाना पुलिस ने नर्स और शिक्षा विभाग में पदस्थ महिला की शिकायत पर गिरफ्तार किया था। दोनों से 3.50 लाख और एप्पल का फोन ठगा गया था। जिसे 25 मई को कोर्ट में पेश कर चार दिनों की रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ में पता चला कि महिलाओं से ठगी में उसकी लिव इन पार्टनर नेहा शर्मा भी शामिल है। सुरेश पहले महिलाओं को अपने जाल में फंसता था और प्लाट खरीदने, होटल इंवेस्टमेंट, फ्लैट खरीदने के नाम पर रूपये मांगता था। रूपये मिलने के बाद उसकी पार्टनर नेहा महिलाओं से संपर्क करती थी और सुरेश को पति बताकर उसकी करतूतों के बारे में बता देती थी। लिव इन पार्टनर ठगी में पूरा सहयोग करती थी। थाना प्रभारी अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि ठगी में नेहा की भूमिका सामने आने पर उसे भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को गुरूवार दोपहर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
