उज्जैन में भारतीय किसान संघ के घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन से पूर्व ही सिंहस्थ क्षेत्र लैंड पुलिंग योजना निरस्त

– मुख्यमंत्री ने नगरीय प्रशासन और जिला प्रशासन को आदेश जारी करने के निर्देश दिये।

-एक्ट के तहत धारा 8,9,10,11 के प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन को वापस लेगी सरकार

उज्जैन। मध्यप्रदेश सरकार ने भारतीय किसान संघ के मंगलवार से आयोजित घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन से पूर्व ही सिंहस्थ क्षेत्र के लिए लाई गई लैंड पुलिंग योजना को निरस्त कर दिया है। सरकार एक्ट के तहत धारा 8,9,10,11 के प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन को वापस लेगी ।

मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने देर शाम भोपाल स्थित निवास पर किसान संघ के प्रदेश नेताओं के साथ चर्चा के उपरांत यह घोषणा की है। बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सहित मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित कई बडे प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

लैंड पुलिंग योजना निरस्ती के सरकार के निर्णय की पुष्टि करते हुए किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमलसिंह आंजना ने बताया कि सोमवार देर शाम यह बैठक मुख्यमंत्री निवास पर भोपाल में आयोजित हुई। उससे पहले मुख्यमंत्री दोपहर में दिल्ली में भारतीय किसान संघ के मुख्यालय पहुंचे थे और वहां उन्होंने संघ के राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र एवं संगठन मंत्री दिेनेश कुलकर्णी से विस्तृत चर्चा की थी। भारतीय किसान संघ के नेताओं को दोपहर में सूचना देते हुए शाम को चर्चा के लिए मुख्यमंत्री निवास भोपाल बुलाया गया था। श्री आंजना के अनुसार अब सिंहस्थ 2028 पूर्ववत परंपरागत रूप से आयोजित होगा। किसान संघ द्वारा मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत करते हुये आभार व्यक्त किया गया है।

 ये हुए बैठक में शामिल-

बैठक में किसान संघ की और से प्रांत संगठन मंत्री अचल माहेश्वरी,क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी,प्रांतीय मंत्री भारतसिंह बैस,प्रांत अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पटेल, प्रांत महामंत्री रमेश दांगी शामिल हुए । इनके साथ बैठक में बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा,उज्जैननगर भाजपा अध्यक्ष संजय अग्रवाल,महामंत्री त्रय कमलेश बैरवा, महामंत्री जगदीश पांचाल और आनंद खींची शामिल हुए ।

ये था मामला-

सिंहस्थ 2028 को लेकर सरकार ने सिंहस्थ क्षेत्र में 2378 हेक्टेयर जमीन को उज्जैन विकास प्राधिकरण की विकास योजना के अंतर्गत लैंड पुलिंग एक्ट के तहत अधिग्रहण करने का निर्णय लेते हुए क्षेत्र के 17 गांवों के कृषकों को नोटिस जारी किए थे। इस भूमि पर सरकार स्थाई विकास के काम को अंजाम देने योजना थी। इसमें स्थाई चौडी सडकें,बिजली,ड्रेनेज,सहित अन्य कार्य किए जाने थे। इसके साथ ही आध्यात्मिक नगरी विकास की योजना को अंजाम दिया जाना था।

दिन भर ऐसे चला घटनाक्रम-

सोमवार को मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंचे थे। वहां वे भारतीय किसान संघ के मुख्यालय गए थे। वहां पर उनकी मुलाकात किसान संघ के नेताओं से हुई थी। इनमें प्रमुख रूप से राष्ट्रीय महामंत्री दिनेश कुलकणी एवं राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र से मिलने पहुंचे थे जहां इस पर विस्तार से चर्चा हुई थी। मुख्यमंत्री वहां से निकले उसके उपरांत प्रदेश के किसान संघ नेताओं को भोपाल मुख्यमंत्री निवास में बैठक के लिए सूचना मिली थी। उज्जैन में घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन की तैयारी एवं अंतिम रूप देने में लगे प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम नेता सूचना के आधार पर भोपाल के लिए रवाना हुए थे। शाम 7 बजे से आयोजित बैठक करीब डेढ घंटे तक चली और इसके बाद मुख्यमंत्री ने लैंड पुलिंग योजना की निरस्ती की घोषणा कर दी।

किसानों के सम्मान में लैंड पूलिंग निरस्त : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर किसान संघ, भाजपा पदाधिकारी, उज्जैन के जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन उज्जैन के साथ बैठक कर सिंहस्थ के आयोजन को लेकर समग्र रूप से चर्चा की। बैठक में सिंहस्थ का आयोजन दिव्य, भव्य और विश्व स्तरीय करने के लिये हर संभव प्रयास करने पर सहमति बनी, जिसमें साधु-संतों, किसानो के हितों का व्यापक रूप से ध्यान रखा जायेगा। चर्चा के बाद सिंहस्थ लैंड पूलिंग को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय प्रशासन विकास विभाग और जिला प्रशासन को आदेश जारी करने के निर्देश दिये।

भारतीय किसान संघ का आंदोलन-

-किसान संघर्ष समिति के आंदोलन,गिरफ्तारियां

  • 12 फरवरी – तहसील स्तर पर प्रदर्शन, तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया.
  • 16 सितंबर – 2000 ट्रैक्टरों की रैली, राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र की उपस्थिति, रैली चिमनगंज मंडी से शुरू होकर जिला कार्यालय तक पहुँची.
  • 4 अक्टूबर – मातृशक्ति द्वारा सद्बुद्धि यज्ञ, 500 महिलाओं की आहुति, बाबा महाकाल को ज्ञापन सौंपा गया.
  • 10 नवंबर – ढोल-नगाड़ों के साथ विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन विधायक व सांसद अनिल फिरोजिया को सौंपा गया, मुख्यमंत्री कार्यालय पर ज्ञापन चस्पा किया गया.
  • 17 नवंबर –लैंड पुलिंग निरस्ती

किसानों में उत्साह-

-किसान हित में सरकार का निर्णय है। मुख्यमंत्री जी एवं किसान संघ का धन्यवाद ।

प्रमोदसिंह भदौरिया,किसान एवं सेवा निवृत्त पुलिस कर्मी,उज्जैन

-किसान एवं सनातन के हित का निर्णय लिया गया है।मुख्यमंत्री जी एवं किसान संघ के तमाम पदाधिकारियों का निर्णय के लिए स्वागत, धन्यवाद। सरकार किसानों से आधारभूत जानकारी पूर्व में ही ले लेती तो किसानों को सडक पर ही नहीं आना पडता।

-सुरेन्द्र चतुर्वेदी, एडव्होकेट एवं किसान सिंहस्थ क्षेत्र

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