उज्जैन। मोंथा चक्रवात के साथ अरब सागर और बंगााल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से पांच दिनों से मौसम पूरी तरह से बदला हुआ था। बारिश के बीच 10-12 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। दिन-रात के तापमान में लगातार गिरावट आ रही थी। सूर्यदेव बादलों में छुपे हुए थे, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो चुका था। लेकिन शनिवार बारिश थमने और मौसम के साफ होने पर दोपहर बाद सूर्यदेव दिखाई दिये। जिसके चलते तापमान में तेजी दर्ज की गई। शासकीय जीवाजीराव वेधशाला…
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