उज्जैन। नए शहर फ्रीगंज का घंटाघर उज्जैन की सुंदरता को चार चांद लगा देता है। घंटाघर शहर की विशेष पहचान है। लेकिन कुछ दिनों से घंटाघर का समय नहीं बदल पाया है। घंटाघर की घड़ी 3.40 बजा रही है। घंटाघर पर लगी बड़ी घड़ी फिर खराब हो गई है यहां से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति की नजर घंटाघर पर पड़ती है। लेकिन जब वह घंटाघर पर लगी घड़ी को देखते है तो उन्हें निराशा होती है। हालांकि नगर निगम द्वारा शहर की धरोहर को संभालने के लिए विशेष प्रयास किये…
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