दैनिक अवंतिका उज्जैन। अगस्त्य तारा अस्त हो गया है। इसके बाद अब मानसून का आगमन होगा और बारिश भी होगी। अगस्त्य तारा प्रमुख तारों में से एक व सबसे चमकीला तारा माना जाता है। दक्षिण दिशा में दिखाई देने वाला यह तारा धर्म के साथ वैज्ञानिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि अगस्त्य तारा पृथ्वी से लगभग 180 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। एक प्रकाश वर्ष लगभग 95 अरब किलो मीटर के बराबर होता है। सूर्य से सौ गुना बड़ा यह…
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