रूट तय होने से तनाव में आये ई-रिक्शा चालक ने खाया जहर -चामुंडा माता चौराहा पर एकत्रित हुए सैकड़ो चालक

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या और शहर में लगे जाम को देखे हुए प्रशासन ने रूट तय कर दिये है। इसी बात पर तनाव में आये एक चालक ने सोमवार-मंगलवार रात जहर खा लिया। खबर लगते ही मंगलवार सुबह सैकड़ो चालक चामुंडा माता चौराहा पर एकत्रित हो गये। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया। अम्बर कालोनी में रहने वाला शुभम उर्फ चिंटू पिता कमल बौरासी किराये की ई-रिक्शा चलाता है। रात में उसने जहरीला पदार्थ खा लिया, हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां उपचार के लिये भर्ती किया गया। परिजनों ने बताया कि आरटीओ और यातायात पुलिस ने रिक्शा का रूट तय कर दिया है। जिसके चलते सवारी नहीं मिल पा रही है। मकान भी किराये का है, रूट तय होने से सवारी नहीं मिल रही है। जिसके चलते रिक्शा का किराया नही निकल पा रहा है। इसी तनाव में शुभम ने आत्मघाती कदम उठाया है। इस बात की जानकारी मंगलवार सुबह रिक्शा चालको को लगी तो सैकड़ो की संख्या में जिला अस्पताल के बाहर चामुंडा माता चौराहा पर एकत्रित हो गये। पुलिस को मामले की खबर लगी तो कई थानों का पुलिस बल, यातायात डीएसपी विक्रम कनपुरिया, सीएसपी ओपी मिश्रा मौके पर पहुंच गये। उन्होने रिक्शा चालको से चर्चा की। ई-रिक्शा एसोसिएशन अध्यक्ष बल्लू ठाकुर ने बताया कि रूट तय होने से चालक परेशानी में आ गये है। आरटीओ और यातायात पुलिस ने जो रूट तय किये है और 10-10 घंटे की अवधि में संचालन कराया जा रहा है वह उचित नहीं है। ई-रिक्शा चालको के समर्थन में कांग्रेस विधायक महेश परमार भी चामुंडा माता चौराहा पहुंच गये थे। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामला शांत कर सभी को रवाना किया और जहर खाने वाले चालक के परिजनों को बेहरत उपचार का आश्वासन दिया।
हजारों की संख्या मे ंदौड़ रहे ई-रिक्शा
महाकाल लोक बनने के बाद शहर में ई-रिक्शा की संख्या हजारों में पहुंच चुकी है। जिसके चलते पुराने शहर में हर पल जाम की स्थिति बन रही थी। प्रशासन ने जाम के हालातों से निपटने के लिये आरटीओ और यातायात पुलिस के साथ मिलकर ई-रिक्शा का रूट तय कर दिया है। जिसे 1 जून से लागू किया गया है। रूट पर नहीं चलने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जा रही है। जिसके विरोध में चालक कुछ दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है।