गर्मी ने जमकर सताया तो पौधारोपण / पर्यावरण याद आया

 

-आमजन सोश्यल मिडिया पर पौधारोपण को लेकर आंदोलनात्मक स्थिति में सामने आ रहा

-इस बार मानसून के आते ही जमकर पौधारोपण की तैयारी, वन विभाग और नगर निगम दोनों की बडी तैयारी

 

उज्जैन। इस वर्ष गर्मी ने जमकर सताया है। आम आदमी के मुंह से हाय राम निकल आया है। गर्मी के बढते तेवर को देखते हुए अब पेड,पौधों का चक्र समझ में आया है। आमजन मानसून आने से पहले ही सोश्यल मिडिया पर पौधारोपण को लेकर आंदोलनात्मक स्तर पर बात रख रहा है। हर आदमी से दो पौधारोपण के लिए अभी से जमकर आग्रह किया जा रहा है। वन विभाग और नगरनिगम के उद्यान विभाग ने भी इसके लिए कमरकस तैयारी की है।

इस वर्ष की गर्मी के तेवर देखने के बाद आमजन को पेडों और पौधों का महत्व मालूम हो गया है। इसी के चलते आमजन पर्यावरण को सुधारने और पौध रोपण के लिए पक्षधर बन पडा है। सोश्यल मिडिया  के व्हाटसप पर हर तीसरा संदेश पौधरोपण और देश में पेडों की कमी को बताते हुए वायरल किया जा रहा है। वैसे तो वन विभाग अपने प्रोजेक्ट पर काम करते हुए साल भर ही इसे अंजाम देता है। इसके तहत विभाग ने चामुंडा माता वन , विक्रम विश्व विद्यालय में सांस्कृतिक वन के तहत 28 हजार पौधों का रोपण किया गया है। सांस्कृतिक वन में औषधिय पौधों का रोपण करते हुए उन्हें विकसित करने जिम्मा उठा रखा है। इसके अतिरिक्त भी मानसून के आते ही इस बार वन विभाग ने 50 हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य योजना तहत तय किया है। नगर निगम भी अपनी पौधरोपण की योजना को अंजाम देने के लिए तत्पर बैठा हुआ है। इसके तहत वार्डवार पौधारोपण का कार्यक्रम नगरीय क्षेत्र के 54 वार्ड का तैयार किया गया है। इसके तहत नगर निगम की कालोनियों उद्यानों में पर्यावरण सुधार के लिए पौधारोपण को अंजाम दिया जाना है।

शिप्रा तीरे,सिंहस्थ क्षेत्र में 50 हजार पौधारोपण-

वनमंडलाधिकारी डा.किरण बिसेन बताती हैं कि हमने  इस मानसून सत्र में शिप्रा किनारे और सिंहस्थ क्षेत्र में 50 हजार पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा है। इसकी जमीनी स्तर पर तैयारी कर ली गई है। पौधों की उपलब्धता भी तकरीबन हमारे पास है। पौधरोपण को लेकर आमजन को जोडने के लिए हम पहले से काम कर रहे हैं।

तय दर से दिए जाएंगे पौधे-

वन विभाग से आमजन को कैसे पौधे मिलेंगे इसे लेकर वन संरक्षक  एम आर बघेल का कहना है कि हमारी नागझिरी नर्सरी से हम आमजन को पौधे उपलब्ध करवाते हैं। यहां निर्धारित दर पर फलदार और छायादार पौधे विक्रय किए जाते हैं। इसके लिए एक पौधा विक्रय केंद्र हट बनाया गया है। विभागीय स्तर पर कर्मचारी इसे संचालित करते हैं। सामान्य तौर पर 12-14 रूपए प्रति पौधे की दर से यहां विक्रय किया जाता है। इसके साथ ही विशेष फलदार पौधों के लिए दर विक्रय केंद्र पर प्रदर्शित की गई है । नर्सरी से ग्रामीणजन एवं आम जन पौधों की खरीदी करते ही हैं। आमजन को नि:शुल्क पौधों का वितरण हमारी और से लोक अदालत के प्रकरणों में आने वाले दोनों पक्षकारों को माननीय न्यायाधीशगणों की उपस्थिति में किया जाता है।

वार्डवार पौधों के रोपण की तैयारी-

नगर निगम के उद्यानिकी विभाग ने भी शहर के 54 वार्डों में पौधारोपण को इस बार अभियान के रूप में लेने की तैयारी की है। उपायुक्त उद्यानिकी कृतिका भीमावद बताती हैं कि  इसे लेकर 54 वार्ड में पौधारोपण का कार्यक्रम तय किया गया है।