स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत 7 करोड़ की लागत से कंठाल नदी पर स्थापित होगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

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सुसनेर। वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 की शुरूआत की थी,इसके तहत सुसनेर नगर में घरों से निकलने वाला गंदा पानी जो कंठाल नदी मिलता है इसको नदी में मिलने से बचाने के लिए सीवर लाइन योजना को शासन से मंजूरी मिलने व टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इसका जल्द ही कार्य शुरू होगा। 7 करोड़ 48 लाख 59 हजार 726 रूपए की लागत के ट्रीटमेंट प्?लांट तैयार होना है। योजना में मार्च 2024 में टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चूकी है। इन्हास इकोटेक सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड हरियाणा की कंपनी ने यह कार्य करेगी। दो दिनों बाद आचार सहिंता खत्म होने के बाद राज्य स्तरीय मूलाकंन समिति भोपाल से दरों की स्वीकृति व वर्क आर्डर के बाद कार्य शुरू होगा। करीब डेढ़ वर्षों में योजना मूर्तरूप लेगी। निर्माण एजेन्सी 10 वर्षों तक उक्त योजना का रख-रखाव देखेगी। योजना में करीब 2 किलोमीटर कंठाल नदी के एक और नाले का निर्माण कर श्री खेडापति हनुमान मंदिर मंठ से आगे गंदे पानी को टीटमेंट प्लॉट तक लेकर जाया जाएगा। यहां गंदे पानी को ट्रिट कर नदी में छोड़ा जाएगा। योजना के तहत पंप स्टेशन,राईजिग मेन,रिवेज टिटमेंट प्लान कास्ट आदि का निर्माण होना है। इस परियोजना का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना था कि घरेलू उपयोग किए गए पानी का प्रवाह हो जिससे भूजल की गुणवत्ता में सुधार हो। इस योजना के का मूल उद्देश्य नगर से निकलने वाले पानी को नगर की सीमा से बाहर करने के साथ नगर को साफ स्वच्छ बनाना है। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्वच्छता अभियान की शुरूआत 2014 में की थी जिसमें देशवासियों ने भारत को खुले में शौच मुक्त ओडीएफ बनाने का संकल्प लिया था जिसके चलते गांव-गांव घर-घर शौचालय का निर्माण करवाया था। 17 मार्च, 2021 को लांच होवें स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 का लक्ष्य 2026 तक सभी शहरों में सीवेज सुविधाएं स्थापित करना है, जिसमें कम से कम 50 प्रतिशत शहर वॉटर प्लस हों। प्रधानमंत्री ने मिशन अमृत में देश के लक्ष्य को रेखांकित करते हुए सीवेज और सेप्टिक प्रबंधन में सुधार, पर कार्य किया जा रहा है जिसमें शहरों को जल-सुरक्षित शहर बनाना और यह सुनिश्चित करना कि कहीं भी कोई सीवेज का गंदा नाला हमारी नदियों में आकर न गिरे। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत सुसनेर में वेस्ट सीवर टिट मेंट प्लान के तहत सुसनेर में यह कार्य किया जा रहा है।
यह होना है कार्य
योजना के तहत 4 तरह के कार्य होना है। इसमें 40 लाख 28 हजार की लागत से नाला ड्रेनेज कन्ट्रक्शन,11 लाख 95 हजार की लागत से पंप स्टेशन,46 लाख 72 हजार की लागत से राइजिंग मेन एवं रिवेज टिटमेंट प्लान कास्ट 3 करोड 45 लाख की लागत से होना है। सहित इसके रखरखाव में खर्च होने वाली राशि मिलाकर कुल 7 करोड़ 48 लाख 59 हजार 726 रूपए की राशि का खर्च इस योजना के तहत आएगा।
यह समस्या आ सकती है
नगर घरों से निकलने वाला गंदा पानी कंठाल नदी में मिलता है। किंतु नदी में कई जगह ऐसी है जहां पर गंदे पानी की निकासी के लिए सही व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा सबसे बड़ी समस्या कंठाल नदी के जिस छोर पर नाले का निर्माण होना है वहां पर आम लोगो को द्वारा अतिक्रमण कर मकानों का निर्माण कर लिया गया है। पहले नगर परिषद को यहां का अतिक्रमण हटाना होगा तब यहां इस योजना के तहत कार्य हो सकेगा। इसके लिए कंठाल नदी का सीमांकन कर नदी की जगह को चिंहित करना होगा। योजना के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा आम लोगों का सहयोग हो सकती है।