बाबा महाकाल की सवारियों के बेहतर आयोजन के लिए प्राप्त किए सुझाव 

-प्रशासन ने ली श्रावण मास में निकलने वाली सवारियों की चिंता

इस बार श्रावण में 5 और भादौ मास में 2 सवारी निकलेगी

उज्जैन। पिछले वर्षो में निकाली गई बाबा महाकाल की सवारियों के अनुभव के आधार पर आवश्यक सुधारों को लागू करने के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाई जाएं। मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर प्रशासक महाकाल मंदिर, अपर कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधारो के क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनाएं।

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को यह निर्देश प्रशासनिक संकुल में आयोजित श्रावण मास में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारियों के सुव्यवस्थित आयोजन की बैठक में दिए।

श्रावण मास में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था और बाबा महाकाल की सवारियों का सुव्यवस्थित आयोजन के लिए यह बैठक रखी गई थी। इसमें मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों से सुझाव भी लिए गए।

बैठक में सदस्यों के प्रमुख सुझाव –

बैठक में मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा प्रमुख रूप से श्रावण मास के पूरे 45 दिन की विशेष कार्ययोजना बनाए जाने, सवारी मार्ग पर आवश्यक चौड़ीकरण और मरम्मत,  बाबा महाकाल की सवारी के आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी, कावड़ यात्रियों के लिए उचित व्यवस्था , 84 महादेव मंदिरों के दर्शन व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन , रस्सा कंट्रोल इत्यादि के संबंध में सुझाव दिए गए।

श्रावण मास में 5 , भादौ में 2 सवारी –

इस वर्ष श्रावण मास में 5 और भादों मास में 2 सोमवार के दिन बाबा महाकाल की सवारी नगर भ्रमण के लिए निकेलगी। प्रथम सवारी 22 जुलाई , द्वितीय सवारी 29 जूलाई , तृतीय सवारी 05 अगस्त  , चतुर्थ सवारी 12 अगस्त , पंचम सवारी रक्षाबंधन पर्व पर 19 अगस्त 2024 , षष्ठम सवारी जन्मअष्टमी को 26 अगस्त, एवं शाही सवारी 2 सितंबर को निकाली जाएगी।

बैठक में ये रहे उपस्थित-

बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, प्रबंध समिति के सदस्य राजेंद्र गुरु ( पुजारी), प्रदीप शर्मा ( पुजारी), आशीष शर्मा ( पुजारी), राम शर्मा  ( पुजारी), प्रशासक मृणाल मीना, सीईओ यूडीए संदीप सोनी, एडीएम अनुकूल जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरु प्रसाद पाराशर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत सिंह राठौर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।

ये रहेगा सवारी मार्ग-

भगवान श्री महाकालेश्वर जी की सवारी श्री महाकाल मंदिर से प्रारंभ होकर महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी से होते हुए रामघाट पहुँचेगी। पूजन और शिप्रा जलाभिषेक के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आयेगी। शाही सवारी टंकी चौराहे से मिर्जा नईम बेग, तेलीवाडा चौराहा, कंठाल, सतीगेट, सराफा, छत्रीचीक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।