भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच कैसे बैठे आंगनवाड़ी में बच्चे

ब्यावरा। मध्य प्रदेश सहित राजगढ़ जिले के शहर भट्टी की तरह तप रहे हैं. पिछले कई दिनों से ब्यावरा सबसे गर्म है. वही टेंपरेचर रिकॉर्ड स्तर पर है.जबकि आसपास जिले के साथ ही राजगढ़ ब्यावरा में लू का असर है। आंगनवाडी केंद्रो में बिजली नही है, पंखें नही, पेयजल व्यवस्था भी नहीं और साफ-सफाई तक नहीं है. ऐसे में कलेक्टर अंकल भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच हम कैसे आंगनवाड़ी केंद्रों में बैठे। भोपाल मौसम वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश सिंह ने बताया 25 मई से नौ तपा रोहणी शुरू हो गई है और पूरे प्रदेश में तेज गर्मी पड़ रही है. ऐसे में तमाम शिक्षण संस्थानों में छुट्टी का दौर चल रहा है, लेकिन महिला बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी केंद्रों में छोटे-छोटे मासूमों को 45 डिग्री तापमान में आंगनवाड़ी केंद्रों पर पहुंचना जरूरी बना हुआ है। जबकि अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी तक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से मासूमों के कंठ तर करने के लिए पानी की व्यवस्था भी नहीं है? क्या इन छोटे-छोटे मासूम बच्चों को ऐसे तापमान में बाल विकास विभाग अथवा जिला कलेक्टर के पास मासूम बच्चों को कुछ समय के लिए गर्म हवाओं से बचाने के लिए छुट्टी घोषित किए जाने का प्रावधान नहीं है क्या?
मासूम बच्चों के अभिभावकों ने शासन प्रशासन से मांग की है, की बच्चों के हितार्थ आंगनबाड़ी केंद्रों में भी गर्मी में कुछ समय के लिए छुट्टियां घोषित किए जाने का निवेदन किया गया है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक 24-25 मई से पूरे मध्य प्रदेश में तेज गर्मी रहेगी और भोपाल से लू का अलर्ट भी जारी किया गया है. भोपाल एवं राजगढ़ में 43.9 डिग्री और गुना, शाजापुर एवं शिवपुरी में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया है. ऐसे तापमान के बीच भीषण गर्मी में बच्चे कैसे आंगनबाड़ियों में बैठ पाएगें. यह भी एक सोचने वाला विषय है।